
UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। कलेक्टर एवं अध्यक्ष भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी गोपाल वर्मा के निर्देशानुसार जिले में संचालित फर्स्ट-एड प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य सेमिनार का आयोजन आचार्य पंथ गृध मुनि नाम साहब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कवर्धा में किया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की युथ रेडक्रॉस सोसाइटी इकाई द्वारा प्राचार्या डॉ ऋचा मिश्रा के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ हर्षित तुवानी (चिकित्सक) तथा बाला राम साहू (जिला संयोजक, रेडक्रॉस सोसाइटी, कबीरधाम) उपस्थित थे।
डॉ हर्षित ने विद्यार्थियों को प्राथमिक चिकित्सा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में समय पर दिया गया फर्स्ट-एड जीवन रक्षक सिद्ध हो सकता है। इस दौरान सीपीआर से जान बचाने की विधियाँ सिखाईं गईं। उन्होंने विशेष रूप से हृदयाघात की स्थिति में सीपीआर तकनीक पर जोर देते हुए बताया कि कम आयु के बच्चों को 15 बार और वयस्कों को 30 बार सीपीआर देकर उनकी जान बचाई जा सकती है।
इस तकनीक का विद्यार्थियों को प्रायोगिक अभ्यास के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान विभिन्न आपात परिस्थितियों से निपटने के उपाय सेमिनार में अन्य प्राथमिक चिकित्सा स्थितियाँ जैसे रक्तस्राव, चोकिंग (सांस रुकना), हीट स्ट्रोक, डूबना, फ्रैक्चर, जलना आदि में किस प्रकार से प्राथमिक चिकित्सा दी जाए इस पर विस्तृत जानकारी दी गई।
इस आयोजन में महाविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस संयोजक सहायक प्राध्यापक कृष्णा बंजारे, डॉ अनिल शर्मा, डॉ जय मेहरा, संतोष डहरिया, डॉ राकेश चंदेल, लेफ्टिनेंट भानुप्रताप सिंह, डॉ कविता कनौजे की उपस्थिति सराहनीय रही। इसके अलावा अतिथि व्याख्याता राकेश दानी, हेमंत शर्मा, के.के. देवांगन एवं संजय यादव ने कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया। यह आयोजन विद्यार्थियों को न केवल प्राथमिक चिकित्सा के महत्व से परिचित कराने में सफल रहा, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य जागरूकता और आपातकालीन स्थिति में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रेरित किया।



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