अडाणी के मुद्दों पर सरकार को घोर भ्रष्टाचारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि यह हम दो, हमारी दो की सरकार है। उन्होंने कहा कि अडाणी मुद्दों पर चर्चा नहीं होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर संभव प्रयास करेंगे।
अदाणी मुद्दों पर संसद से लेकर सड़क तक अटक कर रही कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को जारी जिला कांग्रेस कमेटी की भ्रष्टाचार में जिले में स्थित एलआईसी और पंजीकृत उपभोक्ताओं पर मार्च और विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा अडाणी समूह से जुड़े मुद्दों पर संसद में चर्चा और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे विपक्ष के सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में आज भी हुक्म चलाया जिसके कारण तीसरे दिन भी कार्यवाही बिना काम के बोझ के लिए क्रिया कर दी। विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर संसद भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के रूप में भी प्रदर्शन किया और मांग की कि सभी कामकाज कामकाज अडाणी के मुद्दों पर चर्चा की गई।
उद्र, अडाणी के मुद्दों पर सरकार को घोर घोर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मैं शुरू से कह रहा हूं कि यह हम दो, हमारी दो की सरकार है। उन्होंने कहा कि अडाणी मुद्दों पर चर्चा नहीं होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर संभव प्रयास करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि देश को सबसे ज्यादा जरूरत अरबपति उद्योगपतियों के पीछे कौन-सी ताकतों की है। राहुल ने इस्तीफा से कहा, ”संसद में अडाणी जी पर चर्चा नहीं होने देने के लिए मोदी जी हर संभव प्रयास करेंगे। इसकी एक वजह है और आप उसे जानते हैं। मैं चाहता हूं कि अडाणी के मसले पर चर्चा होनी चाहिए और सच सामने आना चाहिए। करोड़ों-करोड़ों का घोटाला सामने आना चाहिए। देश को पता चलना चाहिए कि अडाणी के पीछे कौन-सी ताकतें हैं।” उन्होंने कहा, ”कई साल से मैं सरकार के बारे में और ‘हम दो, हमारे दो’ के बारे में बात करता आ रहा हूं। सरकार नहीं चाहती कि अडाणी मामला संसद में चर्चा का विषय बने क्योंकि वह डरी हुई है। सरकार को संसद में चर्चा करनी चाहिए लेकिन इससे बचने का प्रयास करें।”
उल्लेखनीय है कि अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी आवंटन और शेयर की दलाली में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप जाने के बाद समूह के शेयर की जोखिम में भारी गिरावट आई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए संसद में चर्चा की मांग की है। पार्टी ने ‘हिंडनबर्ग अनुसंधान’ की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में या किसी संयुक्त लघु समिति द्वारा जांच की मांग भी है। अडाणी प्रकरण पर विपक्षी दल लगातार विपक्ष को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि अडाणी समूह के शेयर में गिरावट एक ‘घोटला’ है जिसमें आम लोगों का पैसा शामिल है क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय राज्य बैंक (एसबीआई) ने उनमें निवेश किया है। उसी समय, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी क़ानून और सूचनाएँ प्रकट करने से संबंधित आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
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