UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा, गुड़ उद्योगों में स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने, कृषकों के आय में वृद्धि तथा मूल्य सवंर्धित गुण निर्माण के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर जिला प्रशासन एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में 10 से 15 फरवरी 2024 तक छः दिवसीय गुड़ उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र में किया गया। प्रारंभिक स्तर पर 20 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण में 20 प्रशिक्षणार्थियों के साथ-साथ लगभग 25 गुड़ उद्योग के संचालक भी शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ से डॉ. दिलीप कुमार ने गन्ना उत्पादन, गुड़ निर्माण एवं मूल्य संवर्धन की सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षणार्थियों को गुड़ के मूल्य सवंर्धित उत्पाद हल्दी युक्त गुड़, अदरक युक्त गुड़, गुड़ पावडर, आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इससे स्थानीय युवकों को रोजगार प्राप्त होगा एवं गुड़ उद्योग के संचालकों की अन्य राज्यों पर निर्भरता कम होगी।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने गन्ने के प्रमुख रोगो एवं कीड़े प्रबंधन की जानकारी दी। उन्होंनें बताया कि कबीरधाम जिले में व्यापक स्तर पर गन्ने की खेती की जाती है। गुड़ को चीनी का हेल्दी विकल्प माना जाता है। गुड़, गन्नों से तैयार किया जाता है, नेचुरली मीठा होने की वजह से गुड़ कई प्रकार के पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। गुड़, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम का बेहतरीन स्रोत होता है, जो ब्लड से लेकर हड्डियों और मांसपेशियों को हेल्दी रखने में फायदेमंद होता है।
गन्ने से गुण निर्माण कर कृषक अपनी आय में वृद्धि कर सकते है। जिले में 2 शक्कर कारखाना के साथ-साथ लगभग 300 गुड़ उद्योग भी संचालित है। कार्यक्रम में उपसंचालक कृषि श्री राकेश शर्मा, सहायक संचालक, कौशल विकास प्राधिकरण आशीष दीवान, प्रशिक्षण समन्वयक इंजीनीयर टी. एस. सोनवानी, विषय वस्तु विशेषज्ञ, अभियांत्रिकी, विषय वस्तु विशेषज्ञ, सस्य विज्ञान बी.एस. परिहार उपस्थित थे।