
उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम
जम्मू-कश्मीर पर उमर अब्दुल्ला: जम्मू कश्मीर के पूर्व उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अगर जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आती है तो वह पहले ही दिन क्षम्य जन सुरक्षा कानून (PSA) पर समझौता कर लेगा। उमर ने अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीन के बीच झड़पों को लेकर दुर्भाग्यपूर्ण बयान देते हुए कहा कि दोनों देशों को अपने संबंधों में सुधार के लिए काम करना चाहिए। उमर ने अनंतनाग जिले के डूरू में पार्टी अकाउंटिंग से कहा, ”वे (केंद्र ने) केवल वैसे (पुराने) कानूनों को यहां बनाए रखा, जिसका उपयोग लोगों के लिए किया जा सकता है। देश में कहीं भी (जनवरी) सुरक्षा कानून नहीं है। केवल जम्मू कश्मीर में यह कानून है।
अब्दुल्ला ने कहा कि मैं शेख पहले भी कहता हूं और फिर से कह रहा हूं जब नेशनल कांफ्रेंस की सरकार आएगी तो पहले ही दिन इस कानून को समझौते कर दिया जाएगा। के लिए जन सुरक्षा कानून लागू किया गया था। बिना मुकदमा दो साल तक हिरासत में रखने के प्रावधान वाले इस कानून का इस्तेमाल करते हुए 1990 के बाद प्रत्यक्षदर्शियों और दावाकर्ताओं के खिलाफ चला गया। केंद्र ने लेख 370 को रद्द कर दिया और 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन के बाद राज्य विधानसभा द्वारा बड़ी संख्या में कानूनों को हटा दिया गया। हालांकि पीएसए उन कुछ कानूनों में से एक है जिसे बरकरार रखा गया है। अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में अनुच्छेद 370 को रद्द करना होगा, जो केंद्र के अगस्त 2019 के कदम के बाद पहली बार होगा।
अब्दुल्ला ने नौकरी पूरी करने का आरोप लगाया
अब्दुल्ला ने कहा, ”यह जाहिर है कि चुनावी सड़क, बिजली, पानी के मुद्दे पर नहीं लड़ेंगे।” पांच अगस्त 2019 के बाद से जो कुछ भी हुआ है, वह चुनाव में एक फाइल होगा। देखते हैं कि लोगों का फैसला क्या होता है।” उन्होंने जम्मू कश्मीर में बाहरी लोगों को लाकर स्थानीय लोगों के संसाधनों को केंद्र में रखा और छोटा आरोप लगाया। उमर ने दावा किया,’खनिजों के खनन के ठिकाने बाहरी लोगों को दिए गए थे। यहां तक कि पत्र पहुंचने वाले डाकिये भी दूसरे स्थानों से लाये जाएंगे। हमारे युवा इन नौकरियों के लिए सक्षम नहीं हैं। उन्होंने कहा, ”मुझे इन चीजों पर कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन उन्हें हमारे युवाओं को छोड़ दिया जाएगा और उन्हें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में नौकरी दी जाएगी। उन्हें हमारे सुपरस्टार्स को पंजाब में खनन करने की अनुमति दे दी जाएगी, लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे।” नेकां नेता ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार सुनिश्चित करेगी कि जम्मू कश्मीर की जमीन और संसाधन केवल स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित रहें।
अब्दुल्ला ने कहा पड़ोसी नहीं बदल सकता
चीन-भारत तनाव पर अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देशों को रिश्तों में सुधार के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि चीन को भी भारत के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने अनंतनाग जिले के डूरू में मामला से कहा, ”हम अपने पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध नहीं बना रहे हैं। पाकिस्तान के साथ हमारे रिलेशन की स्थिति सभी जानते हैं लेकिन चीन के साथ भी संबंध नहीं बन पा रहे हैं। चीन ब्लिंक से पूरी तरह वापस नहीं गया है और अब अरुणाचल प्रदेश में झड़पों की खबरें आ रही हैं।” उन्होंने कहा कि पड़ोसियों के संबंध में ‘वाजपेयी नीति’ भारत के लिए आदर्श होगा। उन्होंने कहा, ”मुझे (प्रधानमंत्री अटल बिहारी) टैग के शब्द याद हैं जो कहते थे कि ‘हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं’। हम अपने पड़ोसियों को नहीं बदल सकते, लेकिन हम उनके साथ अपने संबंध सुधार कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि भारत के साथ संबंध सुधार की जिम्मेदारी चीन की भी है। उन्होंने कहा, ”ताली दोनों हाथों से बजाती है। चीन को भी हमारे देश के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की जिम्मेदारी लेनी होगी।’
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