
UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, दंतेवाड़ा – कोंटा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की पूर्व अधीक्षिका महेश्वरी निषाद सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रही हैं। कलेक्टर सुकमा और जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश के तहत उन्हें अपने पद से मुक्त कर मूल पदस्थ संस्था में जाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन महेश्वरी निषाद ने पिछले पांच वर्षों से अधीक्षिका के पद पर बने रहने के कारण हटने से इनकार कर दिया है।
25 सितंबर को प्रशासन ने आदेश जारी किया था और 26 सितंबर को ममता शिखरवार ने पदभार संभाला। हालांकि, पूर्व अधीक्षिका ने 25 दिन बाद भी पदभार नहीं सौंपा। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय से प्रभार मुक्त होने के बावजूद, उन्होंने प्राथमिक शाला ओडिनगुडा में भी चार्ज नहीं लिया है। महेश्वरी निषाद का कहना है कि कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने उन्हें संस्था छोड़ने के लिए कहा है, लेकिन वह इसे नहीं मान रही हैं। यह स्थिति इस बात का संकेत है कि बालिका आवासीय विद्यालय की अधीक्षिका का पद एक “मलाईदार” पद समझा जा रहा है, इसलिए कलेक्टर सुकमा के आदेश की अनदेखी की जा रही है।



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