पाटन विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सबसे विश्वसनीय व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के रूप में जाने जाते हैं अश्वनी साहू को…!
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया बेमेतरा :- कांग्रेस और भाजपा के संगठन नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारी तेजी से शुरू कर दी है। दोनों दलों का पहला फोकस प्रत्याशी चयन को लेकर है। बैठकों का दौर चल रहा है। जितनी बैठकें कि जा रही हैं, उसमें ज्यादा बैठकें अंदरखाने में हो रही हैं। सच ये है कि पार्टी कार्यालयों में स्क्रीनिंग कमेटी जैसी बैठकें केवल औपचारिकता निभाने के लिए हो रही हैं। इस अंदरखाने की बैठक में मंथन के दौर से ही अंतिम फैसला किया जाएगा।
दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक पिछले सप्ताह भर पहले राजधानी रायपुर में हुई। बैठक में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से चार नामों पर प्रमुख रूप से चर्चा हुई। पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू एवं कांग्रेस के वरिष्ठ व सक्रिय नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास माने जाने वाले तत्कालीन दुर्ग कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष अश्वनी साहू के नाम के साथ पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर के नामों पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार चारों दावेदारों ने स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष दावा भी पेश किया है।
चारों में सबसे मजबूत दावेदार ताम्रध्वज साहू और राजेंद्र साहू के साथ ही दुर्ग कृषि उपज मंडी के तत्कालीन अध्यक्ष अश्वनी साहू को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
दूसरी ओर कांग्रेस के दुर्ग जिला संगठन पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनाव जीतने के लिहाज से राजेंद्र साहू और अश्वनी साहू सबसे बेहतर प्रत्याशी साबित होंगे। ताम्रध्वज साहू हाल ही में बड़ी पराजय झेल चुके हैं। दुर्ग ग्रामीण चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं ने उन्हें नकार दिया है।
यहां तक कि साहू समाज के मतदाताओं ने भी ताम्रध्वज साहू को वोट नहीं दिया। अन्य समाजों का भी यही हाल रहा जिसके कारण विधानसभा चुनाव में ताम्रध्वज साहू को बड़ी पराजय का सामना करना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दुर्ग जिले के प्रमुख संगठन नेताओं का भी कहना है कि ताम्रध्वज साहू पर दांव लगाना भारी पड़ सकता है। कांग्रेस के बड़े तबके का मानना है कि राजेंद्र साहू और अश्वनी साहू ही टिकट के लिए सबसे उपयुक्त दावेदार हैं
अब इस तमाम राजनीतक दृष्टिकोण को देखते हुए दुर्ग लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से साहू समाज से सिर्फ दो नाम का टिकट के लिए फाइनल माना जा रहा है जिसमें प्रबल दावेदार के रूप में राजेंद्र साहू एवं अश्वनी साहू दोनों ही दावेदार प्रबल व मजबूत दावेदार के रूप में लोगों की नजर में सामने दिखाई दे रहे हैं
पूर्व के तत्कालीन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री राजेंद्र साहू भी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष रहते सरकारी योजनाओं के साथ-साथ बैंक को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं
वही अश्वनी साहू पाटन तहसील से दो बार साहू समाज के तहसील अध्यक्ष रह चुके हैं 15 वर्षों तक ग्राम पंचायत पतोरा के सरपंच रह चुके हैं और हाल ही में पूर्व सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में निगम मंडल बोर्ड में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सर्वप्रथम अश्वनी साहू को दुर्ग कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष के रूप में पदस्थापित किया था
जिसके बाद से ही अश्वनी साहू समूचे किसान वर्ग के लोगों के साथ-साथ साहू समाज में अपनी लोकप्रियता बन चुके हैं साथ ही धार्मिक और रामायणी के रूप में भी अश्वनी साहू का नाम दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में सुमार है
स्क्रीनिंग कमेटी के कुछ सूत्रों की अगर मानें तो अगर कुछ कारण बस राजेंद्र साहू का नाम काटा तो फाइनल रूप से टिकट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास माने जाने वाले व साफ स्वच्छ और सरल छवि के रूप में पूरे दुर्ग लोकसभा में अश्वनी साहू का नाम प्रबल रूप से सामने आ रहा है और लगभग इनका नाम कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी से दुर्ग लोकसभा के प्रत्याशी के रूप में तय माना जा रहा है
वही इस संबंध में जब दुर्ग कृषि उपज मंडी के तत्कालीन अध्यक्ष अश्वनी साहू से लोकसभा टिकट के संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कोई विचार अभी तक नहीं किया है लेकिन पार्टी अगर मुझ पर विश्वास जताती है तो निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ूंगा।