कवर्धा। प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान तथा टी.बी. मुक्त छत्तीसगढ़ के तहत कलेक्टर एवं अध्यक्ष रेडक्रॅास श्री जनमेजय महोबे ने टी.बी.मुक्त अभियान के लिए अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाकर इस गंभीर बीमारी के उन्मूलन के लिए सहकारी, कॉर्पोरेट, जनप्रतिनिधी, आम लोग, संस्थान, एनजीओ, व्यापारियों और समाज सेवियों से सामुदायिक सहयोग प्रदान करने अपील की है। निक्षय मित्र के रूप में आनलाईन पंजीयन कराकर टीबी मुक्त कबीरधाम जिला अभियान से जुड़ सकते है। विश्व में टीबी मरीजों की अधिक संख्या भारत में है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2025 तक टीबी उन्मूलन के सतत विकास लक्ष्य को हासिल करने के लिए महत्वाकांक्षी योजना बनाई है, जिससे मरीजों को पोषण के लिए एक अन्य सहयोग प्रदान किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी सचिव रेडक्रॉस डॉ. सुजाय मुखर्जी ने बताया कि टीबी बीमारी की ईलाज पूर्णत संभव है, नियमित दवाइयों के सेवन और पौष्टिक आहार से शीघ्र स्वस्थ्य किया जा सकता है। लोगों में इस रोग के प्रति जागरूकता और उनकी सक्रिय भागीदारी से ही संभव है। ‘‘निक्षय मित्र’’ की शूरूवात केंन्द्र सरकार द्वारा की गई है, जिसके अंतर्गत टीबी से पीड़ित व्यक्ति को गोद लिया जाता है। इसके अंतर्गत 6 माह से 3 वर्ष तक गोद ले सकते हैं। गोद लेने का कार्य कोई भी व्यक्ति, निजी संस्था, राजनीतिक दल, आमजन, समाजसेवी कर सकता है। इसके अंतर्गत टीबी रोग के मरीज का पोषण आहार प्रदान कर ध्यान रखना होता है। गोद लिए पीड़ित व्यक्ति को निक्षय मित्र अतिरिक्त सेवाए प्रदान कर सकती है, अतिरिक्त पोषण सहयोग, टीबी मरीजों की जांच आदि।
रेडक्रॉस निक्षय मित्र बनने के लिए सीएमएचओ डॉ. सुजाय मुखर्जी मोबाइल न.9425530789, डॉ. बी.एल.राज जिला क्षय अधिकारी 7970040400, रेडक्रॉस समन्वयक बालाराम साहू 9407995031 से संपर्क कर सकते हैं। प्रत्येक दानदाओं के नाम से गोद लिया जायेगा, जिसका उल्लेख भारत सरकार की वेबसाईट http://communitysupport.nikshay.in पर दर्ज होगा। दस से अधिक टीबी मरीजों को गोद लेने वाले निक्षय मित्र को सम्मानित किया जाएगा।