














स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही उजागर होने के बाद सरकार ने उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी (नोडल जिला दिव्यांग बोर्ड) और डाटा एंट्री ऑपरेटर का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया है, वहीं, CMO कार्यालय में तैनात क्लीनर अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया।
डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लेते हुए मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लखनऊ मंडल को तीन दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। रिपोर्ट में दोषियों की पहचान के बाद कार्रवाई की गई। पाठक ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
वायरल वीडियो में महिला को अपने पति को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पीठ पर ले जाना पड़ा, क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र में व्हीलचेयर या स्ट्रेचर जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को उजागर किया है।
घटना के बाद जनता और सामाजिक संगठनों ने सरकार से जवाबदेही तय करने और दिव्यांगजनों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग की है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।
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