उत्तरप्रदेश

व्हीलचेयर तक नहीं! रायबरेली में सिस्टम फेल, महिला को पति को पीठ पर ले जाना पड़ा, सरकार ने की सख्त कार्रवाई

UNITED NEWS OF ASIA. रायबरेली | उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय में एक महिला द्वारा अपने दिव्यांग पति को पीठ पर लादकर ले जाने का वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने त्वरित कार्रवाई की है।

तीन अधिकारियों पर कार्रवाई, क्लीनर निलंबित

स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही उजागर होने के बाद सरकार ने उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी (नोडल जिला दिव्यांग बोर्ड) और डाटा एंट्री ऑपरेटर का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया है, वहीं, CMO कार्यालय में तैनात क्लीनर अनिल कुमार को निलंबित कर दिया गया

डिप्टी CM ने दिए सख्त निर्देश

डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लेते हुए मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लखनऊ मंडल को तीन दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे। रिपोर्ट में दोषियों की पहचान के बाद कार्रवाई की गई। पाठक ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी

बुनियादी सुविधाओं की कमी ने उठाए सवाल

वायरल वीडियो में महिला को अपने पति को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पीठ पर ले जाना पड़ा, क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र में व्हीलचेयर या स्ट्रेचर जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। इस घटना ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को उजागर किया है।

जनता में रोष, जवाबदेही तय करने की मांग

घटना के बाद जनता और सामाजिक संगठनों ने सरकार से जवाबदेही तय करने और दिव्यांगजनों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग की है। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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