
UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के संयुक्त प्रयास से संचालित 100 दिवसीय निक्षय निरामय अभियान के अंतर्गत, खम्हरिया में टीबी और कुष्ठ रोग से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देशानुसार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यशवंत कुमार धुर्वे के मार्गदर्शन में चल रहे इस अभियान ने अब तक सराहनीय प्रगति दर्ज की है।
अभियान की मुख्य विशेषताएं:
- डोर-टू-डोर सर्वेक्षण:
पहले चरण (7 दिसंबर 2024 – 22 दिसंबर 2024) में घर-घर जाकर संभावित टीबी और कुष्ठ रोगियों का सर्वे किया गया। साथ ही वृद्धजनों की स्वास्थ्य जांच की गई। - सक्रिय जांच और इलाज:
दूसरे चरण (23 दिसंबर 2024 – 28 फरवरी 2025) के तहत, संभावित मरीजों की ट्रू-नाट टेस्ट, चेस्ट एक्स-रे और बलगम जांच की जा रही है। अब तक 320 लोगों की जांच पूरी हुई है, जिसमें 17 नए मरीजों का पता चला है। - जनभागीदारी और जागरूकता:
तीसरे चरण (1 मार्च – 15 मार्च 2025) में टीबी मुक्त भारत के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य शिविरों और प्रचार-प्रसार गतिविधियों का आयोजन होगा। - अंतिम चरण:
चौथे और अंतिम चरण (16 मार्च – 23 मार्च 2025) में अभियान की रिपोर्टिंग और जनभागीदारी को अंतिम रूप दिया जाएगा।
समाजसेवी रुद्रेश अग्रवाल बने प्रेरणा
खम्हरिया निवासी रुद्रेश अग्रवाल ने टीबी मरीजों के लिए पोषण खाद्य सामग्री और अन्य सहायता प्रदान कर अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सेवाओं को जिला प्रशासन और राज्य स्तर पर सराहा गया है। अग्रवाल विगत वर्षों से गरीबों, नि:सहायों, वृद्धजनों और अनाथ बच्चों की मदद कर रहे हैं। ठंड के दौरान कंबल वितरण और जरूरतमंदों की सहायता उनकी सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रतिभागी
कार्यक्रम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि सिंह ठाकुर, डॉ. प्रियंका श्रवण, डॉ. मनीष ठाकुर, डॉ. कल्पना अग्रवाल, अनिल सिंघानिया, नरसिंग चंद्राकर, ईश्वर अग्रवाल, ब्लॉक समन्वयक सपना चौबे, और मितानिन कार्यक्रम की मितानिन बहनें विशेष रूप से उपस्थित थीं।
जागरूकता का उद्देश्य
अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी, कुष्ठ रोग, और वृद्धजनों की समस्याओं का समय पर पता लगाना और उपचार सुनिश्चित करना है। वनरेबल ग्रुप (शराब सेवन करने वाले, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, शुगर के मरीज, और अन्य बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति) पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री के आह्वान पर टीबी मुक्त भारत के निर्माण में सभी नागरिकों से सक्रिय सहयोग की अपील की गई। निक्षय निरामय अभियान न केवल चिकित्सा सेवा बल्कि जागरूकता और जनभागीदारी के माध्यम से स्वास्थ्य के प्रति नई सोच का प्रतीक बन रहा है।













