मिश्र शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावती विश्वविद्यालय, सीकर के तृतीय दीक्षांत समारोह में संदेश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए करें।
राज्यपाल कलराज मिश्रण ने कहा कि नई शिक्षा नीति को बहुत सोच-विचार कर इस तरह तैयार किया गया है कि विद्यार्थियों का सर्वांगी विकास हो। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाता है कि छात्र किसी एक विषय में विशेष रूप से नहीं, बल्कि थोड़ा-थोड़ा सभी विषयों का ज्ञान प्राप्त करें। मिश्र शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावती विश्वविद्यालय, सीकर के तृतीय दीक्षांत समारोह में संदेश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र के उत्थान के लिए करें।
उन्होंने आमंत्रित किया कि हम भविष्य के श्रेष्ठतम के माध्यम से ऐसे विश्वविद्यालय शिक्षा के केंद्र की स्थापना करें जो नागरिक तैयार कर सकें। मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क की स्थापना के पीछे भी मंशा यही रही है कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले युवा अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य बोध से भी जुड़े रहें। उन्होंने कहा कि छात्र ज्ञान के साथ-साथ जो कुछ हमारे आस-पास घट रहा है, उससे भी सावधान रहें। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह ने अपने जुड़े लोगों से कहा कि विश्व विद्यालय में 17 ऐसे कोर्स शुरू किए गए हैं जो रोजगार परक हैं।
विश्वविद्यालय में लोक शिक्षण की कार्यप्रणाली को आगे बढ़ाने के लिए इतिहास संग्रहालय की स्थापना की गई है। समारोह में मिश्रित 70 स्वर्ण पदक सर्वश्रेष्ठ प्राथमिक प्रदर्शन वाले छात्रों को प्रदान किए गए। समारोह में कला, विज्ञान, वाणिज्य, विधि, खेल स्नातक, नौकरी, शिक्षा स्नातक, फर्जी सहित अन्य संविदाओं के कुल एक लाख 77 हजार 146 छात्रों को वर्ष 2018-19 एवं 2019-20 की डिग्री प्रदान किए गए।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।