यूरोपीय देश नीरदलैड्स ने रूस पर जासूसी के लिए राजनयिकों का उपयोग करने का आरोप लगाया है। साथ ही साथ कई रूसी राजनयिकों ने निष्कासित किया और एम्स्टर्डम में रूस के व्यापार को बंद करने की घोषणा की। नीदरलैंड्स के मीडिया के अनुसार नीदरलैंड्स ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला लिया है। क्योंकि दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत ठप हो गई है। इसके बाद इन राजनयिकों को देश वापसी के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है।
उद्र, बेल्जियम ने भी मंगलवार को अपने देश से रूस के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। नीदरलैंड्स और बेल्जियम ने अपने-अपने देशों से रूस के 38 राजनयिकों को अलग कर दिया। उदर, रूस ने भी बाल्टिक देशों के 10 राजनयिकों का समाधान किया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बेल्जियम ने 21 रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने की घोषणा की है। बेल्जियम ने कहा कि उसने जासूसी और सुरक्षा कारणों से राजनयिकों का बहिष्कार किया है। नीदरलैंड्स के विदेश मंत्रालय ने 17 रूसी राजनयिकों के निष्कासन की जानकारी दी।
रूस ने राजनयिकों और जासूसों को रखने की कोशिश की: होकेस्ट्रा
नीदरलैंड्स के मीडिया के अनुसार, डच कैबिनेट ने कहा है कि दोनों देशों पर दर्ज दस्तावेजों के संबंध में कोई एकॉर्ड नहीं हैं जो उन्हें राजनयिक की पोस्टिंग करने की अनुमति देते हैं। नीदरलैंड के विदेश मंत्री वोपके होकेस्ट्रा ने ट्वीट कर कहा कि राजनयिकों के आड़ में नीदरलैंड्स में खुफिया अधिकारियों को रोकने के लिए रूस लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसलिए हम नीदरलैंड में रूसी राजनयिकों की संख्या सीमित कर रहे हैं।
एम्स्टर्डम में रूसी व्यापार कार्यालय को बंद करने की घोषणा की
विदेश मंत्री वोपके होकेस्ट्रा ने कहा कि इसके अतिरिक्त हम सेंट पीटर्सबर्ग में अपने महावाणिज्य दूतावास और एम्स्टर्डम में रूसी व्यापार कार्यालय को बंद कर रहे हैं। नीदरलैंड टाइम्स ने बताया कि निष्कासित किए गए राजनयिकों की कुल संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। द हेग में एक दूतावास और एम्स्टर्डम में व्यापार प्रतिनिधित्व कार्यालय के अलावा रूसी संघ के लैंडग्राफ में एक मानद वाणिज्य दूतावास-जनरल इसमें शामिल है।