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NEET UG प्रवेश प्रक्रिया प्रवेश के लिए आवश्यक 16 प्वाइंट 25 प्रतिशत संख्या जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ ANN

नीट यूजी 2023 योग्यता: एमबीबीएस में पैर रखने की पात्रता के लिए केवल 16.25 प्रतिशत अंक आवश्यक हैं। अद्भुत लगता है लेकिन सच है। ऐसा इसलिए पात्रता-नियमानुसार सामान्य और ईडब्ल्यूएस-श्रेणी के छात्रों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में 50-प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर एमबीबीएस में प्रवेश के लिए पात्र घोषित किया जाता है। ये योग्य छात्र 50-प्रतिशत अंक पर 15 प्रतिशत-सेंट्रल और 85 प्रतिशत-स्टेट-कोटा काउंसिलिंग प्रक्रिया में भाग लेते हैं।

हालांकि इन छात्रों को सरकार एमबीबीएस सीट प्राप्त नहीं होती लेकिन ये प्राइवेट एमबीबीएस सीट प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं। एनआरआई-श्रेणी के छात्र इतने कम पॉइंट पर भी सरकार एमबीबीएस सीट पाने में सफल हो जाते हैं। शिक्षा विशेषज्ञ देव शर्मा ने बताया कि नीट-यूजी, 2022 के परीक्षा-परिणाम के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि जनरल और ईडब्ल्यूएस-श्रेणी के लिए 50-परसेंटाइल के आधार पर 720 में से 117 नंबर हासिल करने वाले छात्रों को काउंसिलिंग एमबीबीएस पाठ्यक्रम के तहत प्रवेश के लिए योग्य घोषित कर दिया गया था।

बड़ी आबादी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से विभिन्‍न

देव शर्मा ने बताया कि ऐसे छात्रों की संख्या कुल 8.81 लाख थी। गत 17 जुलाई और 4 सितंबर को नीट-यूजी, 2022 और री-नीट, यूजी परीक्षा में कुल 17.64 लाख छात्रों ने भाग लिया था। इनमें से 8.81 लाख छात्रों ने 720-अंकों में से 117 या उससे ज्यादा अंक हासिल किए। मतलब कि 8.83 लाख छात्र 720 में से 117-अंक अर्थात 16.25 प्रशित भी प्राप्त नहीं कर पाए थे।

देव शर्मा ने बताया कि 8.83-लाख छात्रों के केवल 117 अंक भी प्राप्त नहीं कर सकते मेडिकल प्रवेश-परीक्षा की तैयारी के लिए उपलब्ध अत्यंत सीमित-संसाधनों की शिक्षा-व्यवस्था को प्रकट करता है। आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान स्थिति में देश की बड़ी आबादी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-व्यवस्था से मामूली है।

नीट-यूजी, 2022 में योग्यता-छात्रों का राज्य-वार विश्लेषण करने पर उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है और राजस्थान तीसरे स्थान पर है। महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है। देव शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश से कुल 1.17-लाख छात्रों ने क्वालीफाई किया था। महाराष्ट्र और राजस्थान से क्वालीफाई करने वाले छात्रों की संख्या 1.13 लाख और 0.82-लाख रही थी। देव शर्मा ने बताया कि क्वालिफाइड छात्रों की संख्या का परिदृश्य नीट-यूजी, 2023 में संशोधित होगा? राजस्थान के तीसरे से ऊपर उठकर प्रथम स्थान प्राप्त करने का कयास लगाया जा रहा है।

टॉपर्स की दृष्टि से कर्नाटक का प्रथम स्थान

देव शर्मा ने बताया कि नीट-यूजी, 2022 की परीक्षा-परिणाम में टॉप-50 छात्रों की सूची का विश्लेषण करने के लिए आसान होगा कि इस सूची में सबसे अधिक 9-छात्र कर्नाटक से थे। दिल्ली और गुजरात से इस सूची में पांच-पांच छात्र शामिल हुए हैं। विशिष्ट क्षेत्र, प्रमाणन, नई दिल्ली और पश्चिमी-बंगाल से इस सूची में चार-चार छात्र हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजस्थान से इस सूची में तीन-तीन छात्र थे।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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