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NDA गठबंधन की बैठक : मोदी ने संविधान को नमन किया; राजनाथ ने PM पद के लिए मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा, नितीश और चंद्रबाबू भी है समर्थन में

UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल की बैठक में शामिल होने के लिए पुराने संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में पहुंच चुके हैं। इसमें NDA के सभी 293 सांसद, राज्यसभा सांसद और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी CM मौजूद हैं।

सूत्रों के मुताबिक, संसद के सेंट्रल हॉल में NDA की मीटिंग खत्म होने के बाद गठबंधन के नेता आज ही सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। मोदी 9 जून को शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ले सकते हैं। खबर है कि मोदी के साथ पूरा मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है।

NDA की पहली बैठक 5 जून को पीएम आवास में शाम 4 बजे हुई थी। एक घंटे चली बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए थे। सभी ने मोदी को NDA का नेता चुना था। लेकिन आज होने वाली संसदीय दल की बैठक में मोदी को आधिकारिक तौर पर NDA का नेता चुना जाएगा।

उन्होंने बुधवार को ही राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपा था। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर 17वीं लोकसभा भंग कर दी थी। हालांकि, नई सरकार के गठन तक मोदी कार्यवाहक प्रधानमंत्री हैं।

लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, NDA ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। NDA में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।

गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।

वो 6 बड़े मुद्दे, जिन पर ठिठक सकते हैं कदम

एक देश-एक चुनाव: इस पर आगे बढ़ना मुश्किल होगा। TDP इसके विरोध, जबकि JDU समर्थन में है। विरोध करने वाला विपक्ष भी मजबूत हुआ है।

परिसीमन : भाजपा ने 2029 तक महिला आरक्षण का वादा किया है। यह परिसीमन पर ही लागू होगा। दक्षिण में असर के चलते TDP विरोध में है।

यूनिफॉर्म सिविल कोड : भाजपा इसे देश में लागू करने को तैयार थी। अब पार्टी इसे राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से हटा सकती है।

काशी-मथुरा : राम मंदिर का फायदा न मिलने से इन पर दावे की प्रक्रिया धीमी पड़ सकती है।

विनिवेश : JDU सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में विनिवेश के विरोध में रही है। भाजपा को इससे कदम पीछे खींचने पड़ सकते हैं। पार्टी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की भी मांग करती रही है

मुस्लिम आरक्षण : TDP ने 2018 में आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा न देने के मुद्दे पर भाजपा से नाता तोड़ लिया था। अब वह फिर मांग दोहरा सकती है। यही नहीं, आंध्र में मुस्लिमों को 4% आरक्षण के मुद्दे पर भी दोनों पार्टियों के अहम टकरा सकते हैं।

लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखेगी भाजपा

सूत्रों के मुताबिक, भाजपा लोकसभा स्पीकर का पद भी अपने पास रखेगी। पहले जेडीयू और टीडीपी के मांगने की खबरें थीं। JDU की नजर रेलवे-कृषि मंत्रालय के साथ बिहार के लिए विशेष पैकेज पर है। TDP ने 5 मंत्रालयों और लोकसभा स्पीकर पद की मांग रखी है। इनमें ग्रामीण विकास, आवास और शहरी मामले, बंदरगाह और शिपिंग, सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं जल शक्ति मंत्रालय शामिल हैं।

TDP वित्त मंत्रालय का अतरिक्त प्रभार भी मांग रही है। आंध्र प्रदेश में फ्री की योजनाओं के चलते आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इसलिए नायडू चाहते हैं कि वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार उन्हें मिले।

केंद्र सरकार के 10 सबसे ताकतवर और समृद्ध मंत्रालय- गृह, रक्षा, वित्त, विदेश, रेलवे, सूचना प्रसारण, शिक्षा, कृषि, सड़क परिवहन और सिविल एविएशन हैं। अकेले बहुमत ​होने से 2019 और 2014 में भाजपा ने सभी बड़े विभाग अपने पास रखे थे।

16 मंत्री चुनाव हारे, 35-40 नए चेहरे शामिल हो सकते हैं

NDA ने नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुन लिया है। लगातार तीसरी बार उनका प्रधानमंत्री बनना तय है। हालांकि, इस बार उनकी कैबिनेट बिल्कुल नई नजर आएगी। इसमें 40 नए चेहरे शामिल हो सकते हैं।

मंत्रिमंडल में महाराष्ट्र के 5-6 चेहरों को मिल सकती है जगह

मोदी सरकार के नए कैबिनेट में महाराष्ट्र के 5-6 चेहरों को शामिल करने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक, सभी पार्टियों के लिए 5 सांसद पर एक कैबिनेट मंत्री पद का फॉर्मूला तय हुआ है। नितिन गडकरी, नारायण राणे और पीयूष गोयल का नाम मंत्री पद के रेस में आगे है।

शिवसेना (शिंदे गुट) एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद मांग रही है। NCP (अजित गुट) भी एक कैबिनेट पद की डिमांड रख सकती है। NDA सरकार के प्रति मराठाओं की नाराजगी कम करने के लिए एक मंत्री मराठा समुदाय से बनाया जा सकता है।

महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में भाजपा ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस हिसाब से भाजपा के दो सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं, सहयोगी पार्टी शिवसेना (शिंदे) को 7 सीटें और NCP (अजित) को 1 सीट मिली है। इन्हें 1-1 मंत्री पद मिलने की संभावना है।

भाजपा का JDU-TDP से तालमेल चुनौती, कई फैसले-रिफॉर्म्स लटकेंगे

भाजपा के पास बहुमत नहीं है। गठबंधन की सरकार में सहयोगी पार्टियां भाजपा के पिछले फैसलों और कई रिफॉर्म्स को लागू करने में रोड़ा बन सकती है।

दरअसल, गठबंधन में अहम भूमिका निभाने वाली JDU और TDP के अपने-अपने हित हैं। अतीत में एन. चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार दोनों के भाजपा के साथ उतार-चढ़ाव भरे रिश्ते रहे हैं।

विश्लेषक बताते हैं कि ऐसे में भाजपा को 10 सालों से जारी सुधार के अहम कदमों, प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डालने पड़ सकते हैं।

चिराग पासवान के दिल्ली आवास पर LJP (R) के संसदीय दल की बैठक

चिराग पासवान के दिल्ली आवास पर LJP (R) के संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है। इसमें पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सांसद शामिल होंगे। पार्टी के एक नेता ने बताया कि बैठक का कोई विशेष एजेंडा नहीं है। औपचारिक तौर पर चिराग पासवान को संसदीय दल का नेता चुना जा सकता है।

अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफे पर फिर से सोचने का कहा

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार रात को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की अमित शाह से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात हुई थी।

फडणवीस ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए उनके सामने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफे की पेशकश की है, लेकिन अमित शाह की ओर से कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

सूत्रों का कहना ह कि शाह ने फडणवीस को इस्तीफे पर एक और दिन सोचने का समय दिया है। आज फिर से शाह और फडणवीस की मुलाकात हो सकती है। फडणवीस के साथ आज अजित पवार, एकनाथ शिंदे भी शाह से मुलाकात कर सकते हैं।

लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी को केवल 9 सीटें ही मिली हैं। रिजल्ट आने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली थी।

फडणवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में हमें जो भी नुकसान हुआ, मैं उसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। इसलिए मैं शीर्ष नेतृत्व से आग्रह करता हूं कि मुझे मंत्री पद से मुक्त किया जाए, क्योंकि मुझे पार्टी के लिए काम करने और राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अपना समय देने की जरूरत है।

चिराग पासवान को LJP (R) संसदीय दल का नेता चुना गया

नीतीश कुमार बोले- मोदीजी जल्द से काम शुरू करें, उनका पूरा समर्थन करते हैं

हमारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड भाजपा जनता पार्टी संसदीय दल के नेता आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है। यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं, अब फिर प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं।

इन्होंने देश की सेवा की, जो कुछ भी बचा है, उसे अब पूरा कर देंगे। हम लोगों को लगता है कि अगली बार जब आप आइएगा तो जो कुछ इधर उधर के लोग जो जीत गया है न, वो कोई नहीं जीतेगा।

आपने जो देश की सेवा की है, आगे उन लोगों के लिए कोई मौका नहीं रहेगा। अब बिहार और देश तेजी से आगे बढ़ेगा। बिहार का सब काम तो हो ही जाएगा। सब लोग साथ हुए हैं, हम आपके साथ रहेंगे। आप पूरे देश को कितना आगे बढ़ाएंगे, यह बहुत खुशी की बात है।

मेरा आग्रह यह कि जल्दी से शपथ लें। आप इतवार को लेंगे, हम तो चाहते थे कि आज ही हो जाए, लेकिन आपकी इच्छा है तो इतवार को सही। हम सब मिलकर साथ चलेंगे। मैं सब पार्टी का अभिनंदन करता हूं। हम साथ रहेंगे। इनकी बात को मानते हुए हम लोग आगे चलेंगे। इन्हीं शब्दों के साथ बहुत-बहुत धन्यवाद।

शिंदे बोले- बालासाहेब के विचारों वाली पार्टी के तौर पर मोदी जी को समर्थन देता हूं

महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने कहा- भारत माता की जय, छत्रपति शिवाजी महाराज की जय। आज का ऐतिहासिक और स्वर्णिम दिन है। हमारे प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को संसदीय दल का नेता चुनने का जो प्रस्ताव राजनाथ सिंह जी ने रखा है, मैं बालासाहेब के विचारों वाली पार्टी के तौर पर उनका पूरा समर्थन देता हूं।

मोदी जी ने 10 साल काम किया। नीतीश कुमार जी ने कहा कि कितना भी देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की। झूठे नरेटिव और अफवाहें फैलाने वालों को देश की जनता ने नकारा है, और प्रधानमंत्री जी को स्वीकारा है।

सदन में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं। शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी समान विचाराधारा वाली पार्टी है। बालासाहेब के समय ही इनका गठबंधन हुआ, यह फेविकॉल का मजबूत जोड़ है, यह टूटेगा नहीं। विपक्ष के जो लोग सिर्फ राजनीति करते थे उनको घर पर बैठा दिया है। मोदी जी तीसरी बार हैट्रिक करेंगे, उनका अभिनंदन करता हूं।

मैं उस माटी का वृक्ष नहीं , जिसको नदियों ने सींचा है मैं उस माटी का वृक्ष नहीं , जिसको नदियों ने सींचा है बंजर माटी में पलकर मैंने मृत्यु से जीवन खिंचा है मैं पत्थर पे लिखी इबारत हूं , शीशे से कब तक तोड़ोगे मिटने वाला मैं नाम नहीं, तुम मुझको कब तक रोकोगे

चिराग पासवान ने समर्थन किया

मैं मेरे प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं। इसका श्रेय आपको जाता है सर। आपने ही इच्छाशक्ति दी, जिससे तीसरी बार एनडीए को तीसरी बार जीतने की ताकत मिली। जब हम लोग जाते थे तो आपके नाम पर उत्साह देखने को मिलता था। भारत की जनता को आप पर पूरा विश्वास है। आप में ही इच्छाशक्ति है गांव-शहर, अमीर-गरीब का भेद मिटा सकता है। मैं चिराग पासवान मेरी पार्टी लोक जनशक्ति रामविलास की तरफ से आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के नाम का समर्थन करता हूं। मेरे पिता जी कहते थे कि मैं उस घर में दिया जलाने चला हूं जहां सदियों से अंधेरा है। मोदी जी यही काम करेंगे।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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