UNITED NEWS OF ASIA. बस्तर। छत्तीसगढ़ में नक्सली संगठन ने जवानों पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए 30 मार्च को बीजापुर बंद का ऐलान किया है। इस बंद के ऐलान को लेकर नक्सलियों के बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव ने प्रेस नोट जारी किया है। नक्सलियों के इस प्रेस नोट में साल 2024 के जनवरी महीने से लेकर अब तक 15 लोगों की हत्या का आरोप जवानों पर लगाया है। नक्सलियों का कहना है कि इन सभी 15 लोगों की हत्या फर्जी मुठभेड़ में की गई है।
बतादें कि बस्तर में लोकसभा के चुनाव पहले चरण में होने को है। इस बीच नक्सलियों ने क्षेत्रीय लोगों का ध्यान अपने तरफ खीचते हुए आंदोलनकारी बनते दिखाई दे रहे हैं। नक्सलियों ने इस बार 15 लोगों की फर्जी मुठभेड़ में हत्या बताते हुए 30 मार्च को बीजापुर जिले में बंद का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही नक्सलियों ने भाजपा सरकार पर जमकर आरोप लगाए हैं।
- भाजपा सरकार के खिलाफ नक्सली, जल, जंगल और जमीन से बेदखल करने का आरोप
प्रदेश के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने 30 मार्च को बंद का ऐलान करते हुए प्रेस नोट जारी करते हुए इलाके की फोर्स पर आरोप लगाया है। नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेस नोट में कहा है कि बीजेपी की सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है। यह सराकर प्रदेश के आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन से बेदखल कर रही है। इसके साथ ही फर्जी मुठभेड़ों में गरीब आदिवासियों को मारने का आरोप लगाया गया है।
- व्यापारियों को नक्सलियों की चेतावनी
बीजापुर जिले में बंद को लेकर नक्सलियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस बंद में एंबुलेंस, अस्पताल और परीक्षा पर जाने वाले बच्चों को ही सिर्फ छूट रहेगी। परिवहन और व्यापारिक गतिविधियों को लेकर नक्सलियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि बंद का समर्थन न करने वाले खुद उसके जिम्मेदार होंगे।