दिल्ली

10 साल की उम्र में बनी नक्सली, दिल्ली में पहचान बदलकर रह रही थी, पुलिस ने दबोचा

UNITED NEWS OF ASIA. दिल्ली | क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कार्रवाई में सीपीआई (माओवादी) संगठन की सक्रिय सदस्य को पीतमपुरा से गिरफ्तार किया है। यह महिला झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले की रहने वाली है और नकली पहचान के साथ दिल्ली में घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी। बताया जा रहा है कि उसने 10 साल की उम्र में नक्सली संगठन जॉइन किया था और घातक हथियारों की ट्रेनिंग ले चुकी है।

कैसे हुई गिरफ्तारी?

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 4 मार्च को एक गुप्त ऑपरेशन के तहत महिला नक्सली को धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपने नक्सली कनेक्शन और कई खौफनाक वारदातों में शामिल होने की बात कबूल की

10 साल की उम्र में बनी नक्सली, हथियार चलाने में थी माहिर

  • महिला का जन्म 2002 में झारखंड के कुदाबुरु गांव में हुआ था।
  • 2012 में मात्र 10 साल की उम्र में उसे माओवादियों ने अपने संगठन में शामिल कर लिया
  • 2016 में उसने कुख्यात नक्सली नेता रमेश के नेतृत्व में कोल्हान जंगलों में ट्रेनिंग ली
  • एसएलआर, इंसास, एलएमजी, हैंड ग्रेनेड और .303 राइफल जैसे घातक हथियारों की ट्रेनिंग प्राप्त की
  • जंगल में गश्त के दौरान वह इंसास राइफल लेकर चलती थी

पुलिस से मुठभेड़ों में भी रही शामिल

महिला नक्सली झारखंड पुलिस के साथ कई खूनी मुठभेड़ों का हिस्सा रही:

  • 2018 में कोल्हान जंगल में पुलिस से मुठभेड़
  • 2019 में पोराहाट जंगल में झारखंड पुलिस से सीधा टकराव
  • 2020 में सोनुआ में पुलिस पर हमला

पहचान बदलकर दिल्ली में रह रही थी, फर्जी नाम से कर रही थी काम

  • नक्सली संगठन के आदेश पर 2020 में दिल्ली-नोएडा आई और फर्जी नाम से घरेलू सहायिका के रूप में काम करने लगी
  • 26 मार्च 2023 को SDJM (P), चाईबासा, झारखंड ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था
  • दिल्ली पुलिस ने उसे CRPC की धारा 41.1 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 35(1)(C) के तहत गिरफ्तार कर लिया है

अब आगे क्या?

दिल्ली पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया है। झारखंड पुलिस से भी इस मामले में संपर्क किया जा रहा है। पूछताछ में और बड़े खुलासे हो सकते हैं

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