
UNITED NEWS OF ASIA. बीजापुर। सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव, सरकार की पुनर्वास नीतियों और संगठन में बढ़ती आंतरिक कलह के चलते नक्सली तेजी से आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को 4 इनामी नक्सलियों समेत कुल 9 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया। आत्मसमर्पण करने वालों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
इनामी नक्सली भी शामिल
पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में PLGA बटालियन क्षेत्र में सक्रिय 8 लाख के इनामी पार्टी सदस्य, AOB डिवीजन का 5 लाख का इनामी एसीएम, जगरगुंडा एरिया कमेटी और दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के दो 5-5 लाख के इनामी एसीएम शामिल हैं।
मुख्यधारा में लौटने की इच्छा
समर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि वे अब हिंसा का रास्ता छोड़कर अपने परिवार के साथ एक शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं। पुलिस प्रशासन ने सभी आत्मसमर्पित माओवादियों को प्रोत्साहन स्वरूप 25-25 हजार रुपये की नगद सहायता दी है।
तेजी से कमजोर हो रहा नक्सली संगठन
साल 2024 में कुल 189 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, 58 माओवादी मारे गए और 503 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, 2025 की शुरुआत से अब तक 40 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, 101 माओवादी गिरफ्तार किए गए हैं और 56 नक्सली मुठभेड़ों में ढेर हो चुके हैं।
सरकार और सुरक्षाबलों का दावा है कि आत्मसमर्पण की बढ़ती संख्या नक्सली संगठनों के कमजोर होने का संकेत है, जिससे प्रभावित इलाकों में शांति स्थापित करने की कोशिशों को बल मिलेगा।













