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महरौली हत्याकांड: पूनावाला के नार्को टेस्ट की रिपोर्ट पुलिस को सौंपी गई

महरौली हत्याकांड

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पुलिस ने कहा कि सेंट्रल फोरेंसिक साइंस रिसर्च (CFSL) की रिपोर्ट के अनुसार पूनावाला के घर से जो खून के नमूने मिले थे, वे पैदल थे। जांच के दौरान पुलिस ने पूनावाला के महरौली स्थित फ्लैट से ये रक्त के नमूने एकत्र किए थे और इन्हें जांच के लिए भेजा था।

श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आफताब अमीन पूनावाला की नार्को टेस्ट रिपोर्ट रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस अथॉरिटी (एफएसएल) ने शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया। अधिकारियों के मुताबिक नार्को टेस्ट की रिपोर्ट तैयार की गई थी और इसके बाद मामले के जांच अधिकारी को सौंप दिया गया। पुलिस ने कहा कि सेंट्रल फोरेंसिक साइंस रिसर्च (CFSL) की रिपोर्ट के अनुसार पूनावाला के घर से जो खून के नमूने मिले थे, वे पैदल थे। जांच के दौरान पुलिस ने पूनावाला के महरौली स्थित फ्लैट से ये रक्त के नमूने एकत्र किए थे और इन्हें जांच के लिए भेजा था।

पुलिस ने 15 दिसंबर को कहा था कि वन क्षेत्र में मिले हड्डियों से गए डीएनए नमूने और जिस घर में वॉकर की हत्या की गई वहां से मिले रक्त के नमूने वॉकर के पिता के शेयर से मेल खाते हैं। अपने ‘लिव इन पार्टिसिपेंट्स’ वॉकर की हत्या करने के आरोप में पूनावाला की गिरफ्तारी के करीब एक महीने बाद ये सबूत मिले हैं। वॉकर के शव के मोहरे की तलाश के दौरान पुलिस को महरौली के जंगल और आस-पास के इलाकों से हड्डियों के 13 टुकड़े मिले हैं। वाकर (27) ने कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या करने के बाद पूनावाला ने अपने शव के 35 टुकड़े किए और उन्हें दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।

पूनावाला के पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट को भी एफएसएल ने पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस के सूत्रों के अनुसार डीएनए सबूत पूरे मामले में एक अहम सबूत साबित होंगे। एक सूत्र ने कहा, ”डीएनए रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि यह श्रद्धा वाकर ही है जिसकी हत्या हुई है। पहली घटना प्रकाश में आने के बाद उसके पिता और भाई से नमूने लिए थे।” जांच अधिकारियों ने कहा था कि पॉलीग्राफ टेस्ट और नार्को एनालिसिस टेस्ट और पुलिस पूछताछ के दौरान पूनावाला ने जो बयान दिए थे, वे सभी एक ही हैं। पुलिस अब तक वॉकर का मोबाइल फोन नहीं ढूंढ़ पाई है जिसे दुर्घटना ने कहीं फेंक दिया था।

पूनावाला ऐतिहासिक जेल में बंद है और उसके अनुरोध पर पॉल थेरॉक्स की पुस्तक ‘द ग्रेट रेलवे मार्केट’ दी गई है। अदालत ने उन्हें 26 नवंबर को 13 दिनों का विज़ुअलाइज़ेशन में भेज दिया था। शुक्रवार को अदालत ने पूर्णावाला का न्यायिक आरोप 14 दिन और निर्णय 23 दिसंबर तक दिया था। जुतेब है कि 18 मई को वॉकर का कथित रूप से गला घोंटने के बाद पूनावाला ने अपने शव के 35 टुकड़े दिए थे और उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक अपने आवास पर 300 बाइट्स के निर्धारण में रखा गया था। इसके बाद उसने शव के मोहरे को कई दिनों तक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ठिकाने लगाया।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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