<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"महाराष्ट्र समाचार: अगर आप किसी कंपनी की फ्रेंचायजी लेने के लिए उसका नंबर गूगल पर सर्च करते हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है। वर्ना आप भी किसी ठगी का शिकार हो सकते हैं। फ्रेंचाईजी के नाम पर आप साइबर ठगों के जाल में फंस सकते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है नागपुर में। एक फूड प्रोडक्ट्स की फ्रेंचायजी को लेकर युवक से फर्जीवाड़ा किया गया। फ्रेंचायजी के चक्कर में युवक ऐसा फंसा की 16 लाख रुपए घायल हुए।
फूड प्रोडक्ट्स का बिजनेस करना चाहता था युवक
धोखाधड़ी के शिकार युवक ने थाने में भ्रष्टाचार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है। नागपुर जिले के येरखेड़ा गांव में रहने वाले राहुल मुपीडवार खाद्य उत्पादों का व्यवसाय करना चाहते थे। जिसके लिए एक फूड कंपनी से फ्रेंचाईजी लेने का मन बनाया। इसके लिए उसने Google की मदद से खाद्य उत्पादों की फ्रेंचाइजी लेने तक पहुंच गया था। जिसपर राहुल ने गूगल पर कपनी की फ्रेंचायजी लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। वहां से खाद्य कंपनी के एक प्रतिनिधि का फोन आया और अपना नाम उमेंद्र लहरे बताया।
थोड़ा-थोड़ा कर युवक से ठगे 16 लाख रुपए
फूड कंपनी की तरफ से कॉल करने वाले उमेंद्र लहरे ने बताया कि वो फूड कंपनी का मालिक है। उसने राहुल को कंपनी की फ्रेंचायजी के लिए 15 हजार 500 रुपए देने के लिए कहा। जिसके बाद खुद को कंपनी के मालिक कहने वाले उमेंद्र लहरे ने कई कारणों से राहुल से 15 लाख 71 हजार रुपए और वसूले। जब करीब 16 लाख रुपये राहुल ने ट्रांसफ़र कर दिए तो पता चला कि वो ठगी का शिकार हुआ है। जिसके बाद उसने थाने में काम करने के लिए मामले का विवरण डाला। जिसके बाद पुलिस उमेंद्र लहरे नाम के शख्स की तलाश में जुटी है। वही पुलिस यह भी पता करने की कोशिश में लगी है कि कवी इस धोखाधड़ी के पीछे कोई बड़ा रैकेट तो काम नहीं कर रहा है।
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