लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक हादसे ने अपना धर्म भेद प्रेमी के साथ सात फेरे लिए। 19 साल की ये बस्ती इल्मा खान से सौम्या बन गई। सौम्या शर्मा बस्ती ने अपने प्रेमी सोमेश शर्मा से मंदिर में शादी रचा ली। बरेली में अगस्त मुनी अजीज में पंडित केके शंखधार ने इस प्रेम को धारण का संपूर्ण हिंदू अनुष्ठान और मंत्रोत्तारण के बाद धर्म परिवर्तन घोषणा।
दो महीने पहले ही घर छोड़ दिया था
बताया जा रहा है कि करीब दो महीने पहले अपना घर छोड़ दिया था। जमात का कहना है कि वह बालिग है और अब बंधे हुए ही रहेंगे। इल्मा ऊस सौमा यूपी के बदायूं जिले के बिलसी थाना क्षेत्र के परोली गांव में रहती है। उसने बताया कि वह दसवीं पास है और कागजों के होश से उसकी जन्मतिथि 19 साल है। इल्मा ऊ सौहामा ने अपने ही गांव में रहने वाले सोमेश शर्मा से मंदिर में शादी की है।
5 साल पुराना है दोनों का रिश्ता
दोनों की शादी से पहले अगस्त मुनी के पंडित केके शंखधार ने बुजुर्ग का गंगाजल से शुद्धिकरण लेखा-जोखा। सोमेश शर्मा से शादी को लेकर विवाद ने कहा कि यह मेरा फैसला है और बालिग होने पर मुझे धर्म परिवर्तन और अपनी मर्जी से शादी करने का पूरा अधिकार है। उसने बताया कि दोनों की दोस्ती भी पांच साल पहले हुई थी।
दसवीं के बाद घर वालों ने पढ़ने से रोक दिया
सोमेश शर्मा के साथ शादी के बाद इल्मा ऊ सौहा ने बताया कि वह अभी अपने प्रेमी के साथ गांव नहीं जाएगी। उसने बताया कि वह दसवीं के बाद भी पढ़ना चाहती थी, लेकिन परिवार ने मानने से मना कर दिया। स्कूल के समय में गांव की दोस्ती गांव के रहने वाले सोमेश शर्मा से हुई। सौम्या ने कहा कि अब सोमेश मेरा प्रेमी नहीं पति है, जहां वह पहुंचती रहेगी। दोनों एक ही गांव के हैं, जहां करीब 400 मीटर के फासले पर दोनों के घर हैं।