मध्य प्रदेश समाचार: इंदौर में एक कलयुगी पिता ने अपने सात साल के मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना का पता तब चला जब एक प्राचीन दादी ने अपने बेटे को कमरे में मृत अवस्था में देखा। आसपास के लोगों ने बताया कि आधी रात को पिता के पास उनकी दूसरी पत्नी का फोन आया था, जिसमें महिला ने बेटे या पत्नी को किसी को लेकर शर्त रखी थी. दुर्घटना हत्या के बाद से ही घबराहट है जिसकी पुलिस मांग कर रही है।
पूरा मामला इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां लिम्बोदी क्षेत्र में रहने वाले 7 वर्षीय प्रतीक पिता शशिकांत मुंडे को मृत राज्य में परिजन एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतीक के ताउ राजेश मुंडे बच्चे को अस्पताल लेकर आए थे। शोक पुलिस ने मामले में पिता को स्थिति पर रोक लगा दी है और उसकी घास की जा रही है।
निजी कंपनी में कार चालक का पिता होता है
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ संवेदी एक निजी कंपनी में कार ड्राइवर है। वहीं घटना से पहले उनके पास दूसरी पत्नी पायल को फोन आया था। पायल फोन पर उससे विवाद कर रही थी। पायल की जिद थी कि वह या तो बच्चे को त्याग दे या उसे। पायल ने शशिकांत पर बच्चे को अलग करने का दबाव बनाया। बताया जा रहा है कि पायल को भी दो महीने पहले ही सन्नाटा हो गया है इसलिए मेरे वह में ही रह रही थी।
दादी बोली, मैं ही छोड़ आई थी कमरे में
शोकिकांत की मां और प्रतीक की भव्यता का प्रतीक बीती रात दस बजे कमरे में सोने के लिए खुद को छोड़कर आई थी। कृष्णाबाई के मुताबिक शशिकांत ने पहले फोन पर बातचीत की और उसके बाद वह भी सोना गया। लेकिन जब सुबह देखा तो दादा के गले में रस्सी के निशान थे और वह अचेत अवस्था में पड़ा था।
ये भी पढ़ें: MP News: ‘मुख्यमंत्री कृषक ब्याज मजाक योजना’ के आवेदन शुरू, जानें- किस-किस को नहीं मिलेगा लाभ