गोपालगंज. बिहार की गोपालगंज पुलिस की एस ने दो दशक से बहरा मोस्ट वांटेड रघुनाथ कुर्मी उर कल्लुआ को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार रघुनाथ कुर्मी उरी कल्लुआ 1990 के दशक से अपराध की दुनिया में था। करीब दशक बाद बुधवार को मोस्टवांटेड पुलिस के शिकंजे में आया। मांझा थाने के वृति टोला में कब्जा से भूनकर एक साथ तीन लोगों की हत्या करने के बाद पुलिस एनकाउंटर के डर से रघुनाथ कुर्मी उर कल्लुआ बिहार छोड़ दिया था क्योंकि पुलिस ने उसकी गैंग के सरगना वांटेड लोहा सिंह का एनकाउंटर कर दिया था।
सदर सीधा पोरो प्रांजल ने बताया कि मांझाने के सुधा साह टोला निवासी रघुनाथ कुर्मी अर कल्लुआ पर मांझा थाने के आपराधिक मामले में सात स्थायी वारंट था। गोपालगंज और सीवान में हत्या, डकैती, लूट, फिरौती के लिए अपहरण जैसी अपराधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। रघुनाथ कुर्मी ऊ कल्लुआ अपनी पहचान छुपाकर गांव में आता था और फिर भाग जाता था, जिसकी भनक किसी को नहीं लगती थी। एसपी गोल्डन प्रभात ने लंबे समय से बहरा चल रहे हैं रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ को लेकर ग्रेब्रिट्स से लिया और इसकी गिरफ्तारी के लिए सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी बनी।
एसआईटी में सदर इंस्पेक्टर हीरालाल प्रसाद, मांझाना प्रधान विशाल आनंद, सब इंस्पेक्टर रविकांत दूबे, शिष्य अमित कुमार, सत्येंद्र राम, संजय कुमार गुप्ता और चौकीदार विक्की कुमार को शामिल किया गया। एसआइटी को सूचना मिली कि रघुनाथ कुर्मी ऊ कल्लुआ अपने क्षेत्र में वेश में आया है। एसआईटी को लीड मिलने पर ही गिरफ्तारी के लिए सुधा साह टोला पहुंचे और चारों तरफ से घेराबंदी कर मोस्टवांटेड रघुनाथ कुर्मी ऊ कल्लुआ को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद एसआइटी ने कोर्ट सघन पूछताछ की, उसे बाद में पेश कर जेल भेज दिया।
आपके शहर से (गोपालगंज)
तीन लोगों को कब्जे से भूनकर कर दी गई थी हत्या
एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ इतना अर्दुदंत अपराधी है कि वह मांझा थाने के वृत्ति टोला में तीन नवंबर, 2000 को एक साथ तीन लोगों की खरीद से भूनकर हत्या कर दी थी। रविवार को हुई हत्याओं में शामिल महतो, चैत महतो और उनके बेटे बृजमंगल महतो शामिल थे। हिप मर्डर के बाद बिहार छोड़ कर भाग गया था।
मोस्टवांटेड पर मांझाने में चर्चित कांड दर्ज है
सदर अस्तपाल ने बताया कि गिरफ्तार मोस्ट वांटेड रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ का आपराधिक इतिहास फैला-चौड़ा है। सिर्फ मांझा थाने में सात से ज्यादा जघन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें दो दिसंबर, 1998 को हुई गोली लूट, 28 जुलाई, 1998 को लूट, तीन नवंबर, 2000 को सुपर मर्डर, तीन जून, 2000 को पुलिस पर हमला, 21 फरवरी, 1999 को लूट, 26 दिसंबर, 2000 को लूट, 10 मार्च , 2002 में सिधवलिया थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी करना आदि आपराधिक मामले दर्ज हैं।
लोहा सिंह की पुलिस ने एनकाउंटर किया था
पुलिस ने गैंग के सरगना रहे मांझा थाना क्षेत्र के कोल्हुआ गांव के निवासी लोहा सिंह का एनकाउंटर कर दिया था। एनकाउंटर के बाद गैंग के सक्रिय सदस्य रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ को भी एनकाउंटर का डर सताने लगा। पुलिस एनकाउंटर के डर से मोस्टवांटेड स्केपर-छिपकर रहने लगी। बिहार छोड़कर कभी यूपी तो कभी बगहा और नेपाल की ओर रहने लगा। शोक, अपराध की दुनिया में निष्क्रिय होने के बाद वेश अपरिचित घर आने लगा, जिसके बाद एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया।
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज न्यूज, सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बिहार के समाचार, अपराध समाचार, गोपालगंज न्यूज
पहले प्रकाशित : मई 03, 2023, 21:59 IST