शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों की समस्या से केवल फोकस ही नहीं, बल्कि राज्य, समाज और आम नागरिक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ‘नशीले पदार्थों की तस्करता एवं राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर आयोजित दक्षिणी राज्यों एवं केंद्र- मत प्रदेशों के क्षेत्रीय सम्मेलन में कहा, ”नशीले पदार्थों की कम से कम 60-70 प्रतिशत तस्कर समुद्री मार्ग से ही है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि महासागर में सुरक्षा को मजबूत किए जाने की आवश्यकता है, क्योंकि ज्यादातर नशीले पदार्थ समुद्री मार्ग से पाकिस्तान भेजे जाते हैं और उन्हें ईरान के माध्यम से श्रीलंका और अफ्रीका भेजा जाता है। शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों की समस्या से केवल फोकस ही नहीं, बल्कि राज्य, समाज और आम नागरिक भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने ‘नशीले पदार्थों की तस्करता एवं राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर आयोजित दक्षिणी राज्यों एवं केंद्र- मत प्रदेशों के क्षेत्रीय सम्मेलन में कहा, ”नशीले पदार्थों की कम से कम 60-70 प्रतिशत तस्कर समुद्री मार्ग से ही है।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ”हमें ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर तक नजर रखने की जरूरत है, ताकि नशीले पदार्थों की तस्करता में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा न जाए। उनके नेटवर्क की प्रत्येक स्तर पर जांच करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ”जब हम किसी बड़ी मछली को पकड़ते हैं, तो हमें नीचे तक नेटवर्क की पूरी सीरीज की जांच करने की जरूरत होती है। जब हम नशे के नशे में किसी एक व्यक्ति को पकड़ते हैं, तो हमें उन लोगों की जांच करने की भी आवश्यकता होती है, जो उसे इसकी आपूर्ति करते हैं। अगर नशे में नहीं पाया गया, तो यह शरीर में एक लाइलाज ‘अल्सर’ बन जाएगा।”
अमित शाह ने कहा, ”मैं नशामुक्ति भारत का लक्ष्य रखता हूं। हमारे पास 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनना और 2025 में 50 खरब अमेरिकी डॉलर की व्यवसायिकता बनने का लक्ष्य है। धूम्रपान मुक्त समाज इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की संभावना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी दो हाथ मिलाना चाहिए। हमें नशे के खात्मे के अभियान को जनसंघ बनाना है।” शाह ने राजस्व, समाज कल्याण, शिक्षा और संस्कृति जैसे सभी सरकारी झटके से नशे के खिलाफ अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों का पता लगाने, उनके तस्करों के नेटवर्क को नष्ट करने, अभियुक्तों को आरोपित करने और जिन लोगों को नशे की आदत लग गई है, उनके पुनर्वास की प्रक्रिया नशीले पदार्थों के खिलाफ के चार स्तंभ हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ”मुझे यह कहना बहुत दुखद हो रहा है कि दोषियों की हिरासत को बहुत हल्का किया जाता है। हम उनके खिलाफ सख्त नहीं हो रहे हैं। हमें विहीत पदार्थों के मामले को अलग करके नहीं देखना चाहिए। हमें इससे संवेदनशील तरीके से जानकारी होगी। आपको नशीले पदार्थों का पता लगाना, नेटवर्क को नष्ट करना, दोषियों को हिरासत में लेना और नशे की लत के लोगों के पुनर्वास के माध्यम से सामूहिक रूप से प्रतिपूर्ति करनी होगी।
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