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मोदी कैबिनेट फेरबदल: 2024 के चुनाव से पहले होगा मोदी सरकार का सबसे बड़ा कैबिनेट! कौन हटेगा, कौन शामिल होगा?

बीजेपी सूत्रों ने संकेत दिया था कि संबद्ध पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में 16-17 जनवरी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद हो सकती है। कौन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत कर रहे हैं।

2024 आम चुनाव से पहले का सबसे बड़ा गठबंधन अब किसी भी समय होने वाला है। सत्ता के गलियारों में ऐसे दावे किए जा रहे हैं। चर्चा यह है कि बजट सत्र शुरू होने से पहले (31 जनवरी) या 10 फरवरी के बाद जब सत्र का पहला दौर समाप्त होगा, केंद्रीय कैबिनेट में एक सुविचारित चीजें हो सकती हैं। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को 1 फरवरी को आम बजट पेश किए जाने के साथ शुरू हो सकता है। बीजेपी सूत्रों ने संकेत दिया था कि संबद्ध पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में 16-17 जनवरी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद हो सकती है। कौन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत कर रहे हैं। के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘उम्मीद है कि 2024 के आम चुनाव से पहले कुछ नए चेहरों को केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री के रूप में शामिल किया जा सकता है, जबकि कुछ पुराने चेहरों को या तो कैबिनेट में पार्टी या संगठन की नई जिम्मेदारियां मिल सकते हैं।

इन मंत्रालयों को मिल सकते हैं नए चेहरे

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का नेतृत्व स्मृति ईरानी कर रही हैं, जबकि स्टील का नेतृत्व ज्योतिरादित्य सिंधिया कर रहे हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय और भ्रम मंत्रालय को भी एक नया मंत्री मिल सकता है, जिसकी अध्यक्षता वर्तमान में पीयूष गोयल कर रहे हैं। ऐसी भी सूचना हैं कि कोयला मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी को भी नए चेहरे मिल सकते हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में जुलाई 2021 में केवल एक बार अपने मंत्रिपरिषद में लिपटे हुए हैं, जबकि अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने तीन बार अपने मंत्रिपरिषद में वैभव और विस्तार किया था।

विधानसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव भी

एक है कि गुजरात विधानसभा में पार्टी की शानदार जीत और हिमाचल प्रदेश विधानसभा और दिल्ली नगर निगम चुनाव में हार से मिले सब कुछ कर्नाटक राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे चुनाव राज्य में अपनी राजनीतिक सुंदरता के अलावा मंत्री पद के बदलाव में एक कारक की भूमिका निभा सकते हैं हैं। लोकसभा चुनाव अब केवल 15 महीने दूर हैं, बड़े पैमाने पर राजनीतिक अनुपात तैयार हो रहे हैं बिहार, उत्तर बंगाल, पश्चिम बंगाल और इस तरह के राज्य गठबंधन में भूमिका निभाएंगे। इसी तरह की चर्चा है कि पार्टी के संगठन में भी बदलाव किए जा सकते हैं।

फ़िलहाल सरप्राइज एलिमेंट

मोदी के मंत्रिपरिषद में बदलाव हमेशा चौंकाने वाले रहे हैं, क्योंकि कभी-कभी ऐसे मंत्रियों को हटाया गया और ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया, जिनके बारे में किसी ने दूर-दूर तक सोचा भी नहीं था। मौजूदा मंत्री के संबंध में बदलाव के लिए किसी भी मोदी के कैबिनेट में एलईडी लाइट्स में हैं। पिछली बार प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था, जबकि पूर्व आईएएस अधिकारी अश्विनी वैष्णव को शामिल किया गया था और उन्हें रेलवे एवं प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए गए थे। पिछले घटनाक्रम के बाद मुतार अब्बास नकवी के मंत्री पद पर आसीन हुए थे।

चिराग को मिलेगा मौका?

सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) और बीजेपी कोटे से मंत्री रहे नेताओं के नेताओं से भी पद खाली हुए हैं। दोनों दल इस समय विरोधी खेल में हैं। परिवार में महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले भाजपा समूह को प्रतिनिधि बैठक की संभावना है, जिसे भाजपा के अधिकांश सांसदों का समर्थन प्राप्त है। एक राय यह भी है कि बीजेपी चिराग पासवान को निशाना बना सकती है, जिन्हें उनके पिता और बिहार के दिग्गज पर्टल नेता रामविलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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