झारखंड समाचार: राजधानी रांची में इन दिनों मोबाइल (मोबाइल) फोन चोरी की घटना आम हो गई है। अक्सर बाज़ार या चौक पर आपको मोबाइल चोरी की सूचना मिल जाएगी। दरअसल आज के समय मे स्मार्ट फोन की जरूरत हो गई है या किसी को पैसा आवंटित करने की बात हो या किसी खरीदारी में किसी की जरूरत के कई डेटा भी लोग अपने मोबाइल में संभाल कर रखते हैं ऐसे में अगर फोन चोरी हो जाता है है तो कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
मोबाइल चोरी के लिए दी जाती है ट्रेनिंग
अक्सर देखा जाता है कि नाबालिगों द्वारा मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम दिया जाता है ताकि विशेष रूप से पकड़े जाने पर लोग इन मासूमों को बच्चा समझ छोड़ दें लेकिन क्या आपको पता है कि इन मासूमों से दिखने वाले नाबालिगों का एक गिरोह है जो (विशेष) प्रशिक्षण के लिए होता है इसका खुलासा तब हुआ जब रांची के डेली मार्केट थाने की पुलिस ने उद्भेदन किया पुलिस ने बताया कि जब उन्होंने गैंग में शामिल होकर एक नाबालिग मोबाइल चोर (मोबाइल चोर) को पकड़ा तो उसने बताया कि सूरज और चंदन नाम के व्यक्ति उन्हें मोबाइल चोरी की सीख दी जाती है। साहेबगंज के तीन पहाड़ राजमहल में उन्हें राइटिग के बाद ट्रेन (ट्रेन) द्वारा लाया जाता है जहां ये नाबालिग काम मे लग जाते हैं और करीब एक नाबालिग द्वारा 6 से 10 की संख्या में मोबाइलफोन की चोरी की जाती है।
रांची में किराए पर रहते हैं मोबाइल चोर गिरोह के सदस्य
पूछताछ में सामने आया कि साहेबगंज, तालझाडी, महाराजपुर बंगाल के वर्धमान जिले के बरनपुर, हीरापुर के लोग इस गुट में शामिल हैं और इस गुट के लोग रेजीवो के आसपास के घरों में किराए पर रहते हैं और अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग जगहों पर रहते हैं मोबाइल की चोरी को अंजाम देता है जब मोबाइल की संख्या ज्यादा हो जाती है तब गैट का मुख्य व्यक्ति लेकर साहेबगंज (साहेबगंज) रवाना हो जाता है।
3 नाबालिगों के पास से 3 असंख्य अनगिनत बरामदा
पुलिस को सूचना मिली कि कुछ मोबाइल चोर राजधानी के दैनिक बाजार (दैनिक बाजार) में मोबाइल चोरी को अंजाम दे रहे हैं जब पुलिस दर्ज पर पहुची तभी पुलिस को मोबाइल चोरी करते देख रहे हैं जब पुलिस ने नाबालिग चोर को दौड़ा कर पकड़ा और उसकी तलाशी ली तो उसके पास से पांच मोबाइल फोन मिले नाबालिग के निशानदेही पर पुलिस ने रांची के पंडारा थाना के दोस्तों की कॉलोनी में स्थित केदार शाव के मालिक के निशानदेही पर जहां से 3 और नाबालिग चोरों को हिरासत में लिया गया. इनके पास से करीतब तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। इसी दस्तावेज़ की जानकारी के बाद इस ग्रुप के कई सदस्यों ने नामांकन किया।
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