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एएनआई
अधिकारियों के अनुसार, इन सर्वेक्षणों में अपेक्षाकृत कम मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग ने ‘मिशन-929’ की शुरुआत की है। जागरुकता अभियान के अलावा चुनावी अधिकारी रैली और समारोहों से मिलेंगे और उनसे मतदान की अपील करेंगे।
अगरतला। निर्वाचन आयोग ने इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव में 92 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसके लिए वह पूरे राज्य में 929 चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन सर्वेक्षणों पर 2018 में 89 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था। अधिकारियों के अनुसार, इन सर्वेक्षणों में अपेक्षाकृत कम मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग ने ‘मिशन-929’ की शुरुआत की है। जागरुकता अभियान के अलावा चुनावी अधिकारी रैली और समारोहों से मिलेंगे और उनसे मतदान की अपील करेंगे।”
उन्होंने बताया कि रॉलर और डेडीजन्स के लिए व्हीलचेयर और अलग-अलग कॉन्स्टेंट जैसी व्यवस्थाएं सभी पोलिंग केंडों के दृष्टिकोण। अधिकारियों ने कहा, ”इसके अलावा सुरक्षा के विशेष अधिकार भी बनेंगे, ताकि मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। सभी संकेतकों के सम्मलित प्रयासों से आगामी चुनावों में 92 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य हासिल करना संभव होगा।”
अधिकारियों ने कहा कि विधानसभा चुनाव की कार्यप्रणाली को लेकर चुनाव आयोग ‘मिशन जीरो पोल वायलेंस’ पर भी काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों में लगभग 50 कंपनियाँ राज्यों में स्वतंत्र, संघ और कार्य सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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