
हिंदू संगठन ‘पाकिस्तान दारावर इत्तेहाद’ (पीड़ित) ने बृहस्पतिवार को कराची प्रेस क्लब के बाहर और सिंध विधानसभा भवन के प्रवेश द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू के जबरन धर्म परिवर्तन और देश में हिंदू लड़कियों एवं महिलाओं के विवाह की समस्या पर ध्यान आकर्षित करने के लिए समुदाय के कई सदस्यों ने यहां मार्च निकाला। हिंदू संगठन ‘पाकिस्तान दारावर इत्तेहाद’ (पीड़ित) ने बृहस्पतिवार को कराची प्रेस क्लब के बाहर और सिंध विधानसभा भवन के प्रवेश द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया।
पीडलेट के एक सदस्य ने कहा, ”हम विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में सिंधी हिंदू की इस समस्या पर ध्यान आकर्षित करना चाहते थे, जहां 12-13 साल की लड़कियों का दिन-दिहाड़े अपहरण कर लेते हैं, उन्हें इस्लाम धर्म स्वीकार करने पर मजबूर किया जाता है किया जाता है और फिर किसी अधिक आयु के मुस्लिम से उनका विवाह कर दिया जाता है।” उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को किए गए इस प्रदर्शन का कुछ प्रभाव देखने को मिला, क्योंकि बहुत से लोगों को इस अपराध के बारे में जानकारी भी नहीं थी ।
बहरहाल, उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें इस प्रदर्शन में और अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद थी। अपराधी से कुछ दूरी पर बड़ी संख्या में लोग छोड़ रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी तख्तियां और बैनर लिए गए थे, जिन सरकारी हिंदू लड़कियों और महिलाओं के धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए उन्हें पास करने का आग्रह किया गया था। सिंध प्रांत के विभिन्न समूहों में हिंदू लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन का मामला 2019 में सिंध विधानसभा में उठा था।
इससे संबंधित एक प्रस्ताव पर बहस हुई थी और विधानसभा के कुछ सदस्यों ने कहा था कि इसे केवल हिंदू लड़कियों तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिए, जिसके बाद संशोधन करके इसकी संविधियों को पारित कर दिया गया था, लेकिन जबरन धर्मांतरण को अपराध बन्धन वाले को बाद में विधानसभा में खारिज कर दिया गया था। इसी तरह का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन 2021 में इसे खारिज कर दिया गया।
इस साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 12 मानवाधिकार दावेदारों ने पाकिस्तान में कम उम्र की लड़कियों के अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और जबरन विवाह की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की थी। पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लगभग 1,000 लड़कियों का जबरन धर्मप्रतिबंधन रजिस्टर किया जाता है। आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम बहुल देश में 75 लाख हिंदू रहते हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।













