नई दिल्लीः अब लोग मोबाइल के इस कदर आदी हो गए हैं कि वह कहीं भी चले जाते हैं, उनके हाथ में मोबाइल आ जाता है। सुबह की शुरुआत भी मोबाइल से होती है और रात को सोने से पहले भी मोबाइल ही हाथ में होता है। रोजमर्रा की जिंदगी में मोबाइल सबसे जरूरी चीज हो गई है। ऐसे में ‘फादर ऑफ द सेल फोन’ के नाम से मशहूर मार्टिन कूपर ने लोगों की इस रिश्ते पर दुख जाहिर किया है। करीब 50 साल पहले अमेरिकी इंजीनियर मार्टिन कूपर ने ही मोबाइल का अनिष्कार किया था, जिसके बाद उनका नाम ‘फादर ऑफ द सेल फोन’ रखा गया।
लोगों के बीच बढ़ी हुई मोबाइल की साझेदारी को देखते हुए मार्टिन कूपर का कहना है कि ‘इसमें कोई संभावना नहीं है कि यह लिटिल सी डिवाइस की संभावनाओं से जुड़ी हुई है। आगे चलकर एक दिन ये लोगों का इलाज भी कर पाएंगे, लेकिन लोग इसके पीछे ज्यादा ही पागल हुए जा रहे हैं। लोग सड़क पर चलते रहते हैं और फोन में लगे रहते हैं। कभी-कभी यह देखकर बहुत दुख होता है। लोग सड़क पर काम करते समय मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे होते हैं, उनका ध्यान सड़क के बजाय मोबाइल पर होता है।’
लोगों का फोन इस्तेमाल करने का तरीका से परे
मार्टिन कूपर ने एएफपी से बात करते हुए मजाकिया अंदाज में कहा- ‘जब कुछ लोगों को बताया जाता है कि निकल गए बयान, तब उन्हें एहसास होगा कि यह कितना खतरनाक है।’ मार्टिन खुद अपनी घड़ी देखते हैं और इसका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उनका कहना है कि ‘उनके नाती-पोते दिन भर फोन में घुसे रहते हैं और वे जिस तरह मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, वह उनकी समझ से पूरी तरह बाहर है।’
आविष्कार के समय में लूथर काम कर रहे थे
मार्टिन ने पुराने दिनों को याद करते हुए इस बात पर भी चर्चा की कि पहले लोग फोन कैसे इस्तेमाल करते थे और आज इसका इस्तेमाल पूरी तरह से बदल गया है। बता दें, 3 अप्रैल 1973 को कूपर ने मोबाइल का अनिष्कार किया था। लेकिन, तब ये आकार में काफी बड़ा और भारी था। मार्टिन उन दिनों बुलेट के लिए काम कर रहे थे और इसी कंपनी ने मोबाइल की शुरुआत भी की थी। लेकिन, आज के जमाने में मोबाइल का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है और लोग हाईटेक भी हो गए हैं। अब मोबाइल काफी कॉम्पैक्ट हो गए हैं और काफी स्मार्ट भी हैं। एक फोन से आप बात करने के अलावा खबरें पढ़ना, गेम खेलना, पढ़ना जैसे तमाम रोज के काम कर सकते हैं।
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