नोटिस (76) के खिलाफ एक आपराधिक मामले में मंगलवार को न्यूयॉर्क में सुनवाई शुरू हुई। वह अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं जिन पर आपराधिक आरोप हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड व्हिस्क की कानूनी मुश्किल जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है और भारतीय मूल के एक प्रमुख अमेरिकी वकील के अनुसार यह मामला 2024 के राष्ट्रपति चुनाव से भी आगे बढ़ सकता है क्योंकि इस मामले में राष्ट्रपति क्षमादान को भी लागू नहीं किया जा रहा है हो सकता है। नोटिस (76) के खिलाफ एक आपराधिक मामले में मंगलवार को न्यूयॉर्क में सुनवाई शुरू हुई। वह अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति हैं जिन पर आपराधिक आरोप हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया।
वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से प्रमुख रिकॉर्ड्स ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान 34 संगीन झूठ में खुद को निर्दोष बताया। भारतीय-अमेरिकी वकील रवि बत्रा ने न्यूयॉर्क से पीटीआई से कहा कि इसमें कोई असामान्य बात नहीं होगी कि इस मामले की सुनवाई दो साल या उससे भी अधिक समय तक चली गई। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह होगा कि 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले इस मामले की सुनवाई पूरी होने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि सबके खिलाफ एक मजबूत मामला है।
उन्होंने कहा कि यदि 2024 के राष्ट्रपति चुनावों में विजयी भी हो जाते हैं, तो अधिक से अधिक उनकी सजा में देरी हो सकती है क्योंकि राष्ट्रपति क्षमादान संघीय अपराध पर लागू होता है, न कि न्यूयॉर्क प्रांत में। बत्रा ने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ होने के संबंध में इस बात की बहुत कम संभावना है कि कोई रिपब्लिकन निकट भविष्य में न्यूयॉर्क राज्य का गवर्नर चुनेगा। इसलिए न्यूयॉर्क के गवर्नर ने उनसे खेद जताया कि जाने की संभावना क्षीण है। पहली बार 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहली एडल्ट फिल्मों में एक अभिनेत्री को मुंह बंद करने के लिए धन देने का आरोप लगाया गया है।
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