भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण, मानसिक दबाव समेत कई आरोप लगाए गए हैं। बुधवार 18 जनवरी से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। पहलवानों का कहना है कि संघ में रहने वाले खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जाता है।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान जंतर मंतर पर धरना देकर बैठे हुए है। इस धुरने के जरिए मेडल विजेता पहलवानों ने अपनी पसंद की ओर ध्यान खींचा। इस धरने में अब कुश्ती चैंपियनशिप के हिस्से में पहलवान पहलवानों का समर्थन भी मिला है। पहलवानों ने चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है।
चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से इंकार करने के बाद ये बृजभूषण शरण सिंह को बड़ा झटका है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों के खिलाड़ियों ने इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने का फैसला नहीं किया है। बता दें कि गोंडा के नंदिनी नगर स्थित कुश्ती स्टेडियम में इस राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो चैंपियनशिप में हिस्सा लिए बिना ही वापस लौट रहे हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि उन्होंने अपनी मर्जी से मुकाबलों में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। खिलाड़ियों का कहना है कि हम अपने साथी पहलवानों और खिलाड़ियों के जंतर मंतर पर समर्थन भी करेंगे। खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि उनका मनोबल टूट गया है। चैंपियनशिप में राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के स्तर की सुविधाएं भी खिलाड़ियों के लिए नहीं ली गई हैं। प्लेयर्स का कहना है कि वो अपने सीनियर रेसलर प्लेयर्स का सपोर्ट करेंगे।
जाम पर दिया ये बयान
अपने ऊपर गंभीर लगे झूठ को बृजभूषण शरण सिंह ने नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं बोलूंगा तो सुनामी आ जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं यहां किसी की मदद से नहीं हूं, मुझे जनता ने चुना है। उन्होंने कहा कि मैं आज शाम चार बजे मीडिया के सामने कई सबूत पेश करूंगा।
जानें अब तक क्या हुआ
इस पूरे मामले में अब तक खेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों के साथ बैठक की है। हालांकि खिलाड़ी मंत्रालय से मिली क्षति से नजर नहीं आती है। इसके बाद देखने वाले पहलवान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पीटी ऊषा से मिलते हैं और इस मामले में लिखित शिकायत भी करते हैं। इस शिकायत में पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस लेटर में प्लेयर्स ने लिखा है कि उनकी जान को भी खतरा हो सकता है। प्लेयर्स को प्रताड़ित किया जा रहा है।
खेल मंत्रालय ने भी इस मामले में समिति को नुकसान पहुंचाया है। यह समिति जांच करेगी कि अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर आरोपित झूठ की जांच की जाएगी। वहीं खिलाड़ियों ने मांग की है कि कुश्ती संघ को पूरी तरह से भंग कर दिया जाए। हालांकि खिलाड़ी समिति बनाने को लेकर खुश नहीं है।
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