














UNITED NEWS OF ASIA. प्रयागराज | महाकुंभ में मंगलवार-बुधवार मध्यरात्रि संगम घाट पर बड़ा हादसा हो गया। अचानक मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया गया। घायलों को महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।
अफवाह से मची भगदड़, स्थिति हुई बेकाबू
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह फैलने के कारण भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। मंगलवार रात करीब 2 बजे संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा थी। इसी दौरान बैरिकेडिंग टूट गई और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
अखाड़ा परिषद का बड़ा फैसला – अमृत स्नान रद्द
इस हादसे के बाद अखाड़ा परिषद ने मौनी अमावस्या पर होने वाला अमृत स्नान रद्द करने का फैसला किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने बताया कि सभी अखाड़ों के संतों ने अपने जुलूस वापस शिविरों में बुला लिए हैं और श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की गई है।
श्रद्धालुओं की अपार भीड़, प्रशासन व्यवस्था फेल
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रशासन ने 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना जताई थी। मंगलवार को 5.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहले ही स्नान कर चुके थे। सुरक्षा के लिए 60,000 से अधिक जवान तैनात थे, लेकिन इतनी बड़ी भीड़ के आगे व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हुईं।
राहत-बचाव कार्य जारी, प्रशासन अलर्ट पर
प्रशासन और सुरक्षाबल राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है और पुलिस हालात को नियंत्रण में लाने के प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
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