स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार के उपायों की जानकारी संसद में दी है। उन्होंने इस बारे में सोमवार को बयान दिया और चीन से फैल रहे कोरोना के नए BF.7 वैरिएंट से निपटने के लिए तीन मंत्र भी दिए। उन्होंने कहा कि हमें विदेशों से आने वाले लोगों की जांच करनी होगी, मास्क लगाना होगा और इस सीक्वेंसिंग के जरिए यह पता लगाना होगा कि कोई नया वैरियंट आ तो नहीं गया है। उन्होंने यह भी कहा कि घबराहट की बात नहीं है और दूसरे देशों के लिए भारत में स्थिति अच्छी है।
सिर्फ पड़ोसी पड़ोसी देश जापान, कोरिया समेत इन देशों में कोविड से हाहाकार
मांडविया ने कहा कि दक्षिण कोरिया, चीन, इटली, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना के मामले तेजी से हो रहे हैं। इसके उलट भारत में केसों का पात्र काफी कम है। एक साल से भारत में लगातार कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से कई देशों पर असर पड़ा है। चीन और जापान में इतनी संख्या भी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्यों ने टीकाकरण का भी रिकॉर्ड बनाया है। अब तक देश में 2 अरब से ज्यादा टोकन लग गए हैं। देश में टीके के लिए योग्य 27 प्रतिशत लोगों का औसत डोज भी अटका हुआ है।
कोरोना के कारण भिन्न भिन्न पर है सरकार की नजर
उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले अलग-अलग होने से जो भी समस्या पैदा हुई है, उस पर सरकार नजर रख रही है। इसके अलावा राज्यों को भी बारीकियों के क्रम में कहा गया है। इससे किसी भी नए वेरिएंट के भारत में मिलने का समय पता चलेगा। देश में कोरोना से निपटने के लिए हम संकल्पित हैं और सभी जरूरी कदम वादे जा रहे हैं। मैं डोम से अपील करता हूं कि सांसद अपने क्षेत्रों में लोगों को सचेत करें। स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान सभी लोगों से वोट डोज लेने और कोविड प्रोटोकॉल के पालन की भी अपील की।
पीएम भी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं, अडवाइजरी पर बात हो सकती है
इस बीच दोपहर 3:30 बजे पीएम नरेंद्र मोदी भी कोरोना को लेकर सक्रिय हुए। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के अलावा राज्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे। यही नहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के अलावा राज्यों के सचिवों की भी बैठक बुलाई गई है। इस गलती से कोरोना से स्थिति पैदा होने की बात होगी। इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों के निर्धारण की संभावनाएँ भी जा रही हैं। हालांकि भारत में अभी कोरोना के नए वैरिएंट का कोई ऐक्टिव केस मौजूद नहीं है। ऐसे में शायद सख्त पाबंदियां अभी न लें। हालांकि मास्क लगाने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह जरूर दी जा सकती है।