मनीषा कोइराला ने यूट्यूब चैनल ‘इंडिया ओ2’ से बात करते हुए बताया कि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वह ‘बॉम्बे’ जैसी फिल्म करें या न करें। लेकिन अशोक मेहता ने उनसे कहा कि अगर यह फिल्म कुछ भी नहीं है तो सबसे बड़ी मूर्खता होगी। ‘बॉम्बे’ ब्लॉकबस्टर रही थी और इसे मणिरत्नम ने डायरेक्ट किया था। मणिरत्नम इस बार ‘पोन्नियिन सेलवन 2’ को लेकर चर्चा में हैं।
मनीषा को मिली थी चेतावनी, अशोक मेहता ने डांटा
मनीषा कोइराला ने बताया कि ‘बॉम्बे’ को आज भारतीय सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में से एक माना जाता है, लेकिन कभी-कभी लोग उन्हें यह फिल्म न करने का सुझाव देते थे। मनीषा ने कहा, ‘मैं बॉम्बे नहीं चाहती थी। लोगों ने मुझे मां की डिटेलिंग को लेकर चेतावनी दी थी और कहा था कि अभी मुझे मां का रोल नहीं करना चाहिए। लेकिन सिनेमैटोग्राफर अशोक मेहता ने यह कहा, मुझ पर बरसे कि क्या आप निर्दिष्ट करते हैं कि मणिरत्नम ने किस हद तक का अच्छा काम किया है? अगर आप उनकी फिल्म को मना करते हैं तो आप बेवकूफ हैं। इससे मुझे झटका लगा और मैं और मां चेन्नई चले गए और ल्यूक ने टेस्ट किया। मैं वास्तव में खुश हूं कि मैंने ‘बॉम्बे’ की।’
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‘बॉम्बे’ की क्या थी कहानी?
‘बॉम्बे’ में मनीषा कोइराला के अपोजिट अभिनेता अरविंद स्वामी थे। फिल्म की कहानी मुंबई में रहने वाले दो अलग-अलग धर्म के कपल के इर्द-गिर्द थी। बाबरी मस्जिद चौक पर जाने के बाद मुंबई में जो दंगे हुए थे, उनकी कहानी को ‘बॉम्बे’ में पिरोया गया था। इस फिल्म ने तब फिल्मफेयर से लेकर नैशनल वारंट और एक इंटरनैशनल सर्टिफिकेट भी जीता था। प्रोफेशनल फ्रंट की बात करें तो मनीषा कोइराला पिछले दिनों कार्तिक आर्यन की ‘शहजादा’ में नजर आईं।