हम आपको बताते हैं कि सिसोदिया के वकील ने सीबीआई की याचिका का विरोध किया। वकील ने कहा कि जांच पूरी तरह से करने में एजेंसी की अक्षमता डीज़ का आधार नहीं हो सकता है और उन्हें स्वयं को दोषी के लिए नहीं कहा जा सकता है।
दिल्ली की एक अदालत ने शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तारियां दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सीबीआई हिरासत और दो दिन के लिए बढ़ा दी है। विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने जांच एजेंसी को सोमवार को आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया। इससे पहले सीबीआइ ने सिसोदिया की और तीन दिन के लिए हिरासत में लिया था। हालांकि, अदालत ने सिसोदिया की सीबीआई अदालत में दो दिन के लिए आवदेन किया।
हम आपको बताते हैं कि सिसोदिया के वकील ने सीबीआई की याचिका का विरोध किया। वकील ने कहा कि जांच पूरी तरह से करने में एजेंसी की अक्षमता डीज़ का आधार नहीं हो सकता है और उन्हें स्वयं को दोषी के लिए नहीं कहा जा सकता है। सिसोदिया ने कहा कि सहयोग नहीं करना जमा का आधार नहीं हो सकता है और उन्होंने दाखिले के लिए अनुरोध संबंधी सीबीआई की याचिका का विरोध किया। हालांकि फैसला सुनाए जाने के बाद सिसोदिया ने कोर्ट से कहा कि सीबीआई जज में उनके साथ अच्छा बर्ताव कर रहा है, लेकिन बार-बार एक ही सवाल पूछे जाने से मानसिक प्रताड़ना हो रही है। इसके बाद अदालत ने सीबीआई से कहा कि उसने उनसे बार-बार एक ही सवाल नहीं पूछा। इसके अलावा सिसोदिया ने कोर्ट में जमानत के लिए भी अर्जी ने अर्जी दाखिल की है जिस पर 10 मार्च को सुनवाई होगी। इस अर्जी में बताया जा रहा है कि सिसोदिया ने अपनी पत्नी के खराब स्वास्थ्य का हवाला भी दिया है।
दूसरी ओर, मनीष सिसोदिया की रिलीज की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के कई छात्रों ने मध्य दिल्ली में प्रदर्शन किया। दीन मर्याल उपाध्याय मार्ग पर पार्टी कार्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सिसोदिया की पेशी से पहले विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। स्कोरर ने ‘मनीष सिसोदिया को रिहा करो’ के मापदंड। पार्टी ने दावा किया है कि सिसोदिया को इसलिए गिरफ्तार किया गया है, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे ‘अच्छे काम’ में बाधा डाली जा सके।
उदर, दिल्ली भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यदि मनीष सिसोदिया ने कुछ गलत नहीं किया है तो उन्हें डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता नाहक ही हुक्म दे रहे हैं।