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महाराष्ट्र राजनीति: महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे को बीजेपी (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने वर्ली सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। वर्ली से विधायक ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी की एक योजना में अपने पिता के चहेते ठाकरे के खिलाफ भाजपा के अन्य मतदाताओं और सांसदों को इस्तीफा देने और नए लुक से पूर्वाग्रह का सामना करने की चुनौती दी।
आदित्य ने कहा, “मैं इस असंवैधानिक जॉब को चुनौती देता हूं कि अगर आप मेरे खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो मैं वर्ली से विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा।” देखते हैं कि आप वर्ली से कैसे जीतते हैं।”
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, “मैं इन 13 दल-बदली सांसदों और 40 विकल्प को भी चुनौती दे रहा हूं कि वे इस्तीफ़ा दे रहे हैं और फिर चुनाव लड़ रहे हैं और देखें कि वे क्या निर्वाचित हो सकते हैं।” जून 2022 में रेडियो ठाकरे के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी सरकार को गिरने के बाद शिंदे बीजेपी के सहयोग से बने थे।
बीजेपी का गढ़ रहा है वर्ली:
दरअसल, आदित्य ठाकरे जिस वर्ली सीट से एकनाथ शिंदे को चुनाव लड़ने के लिए ललकार रहे हैं, वह भाजपा का गढ़ रहे हैं। 1990 से लगातार (2009 को छोड़कर) लगातार उस सीट से शिव सेना के उम्मीदवार जीत रहे हैं। वर्ष 2009 में एनसीपी ने यहां से जीत दर्ज की थी, जबकि शिव सेना दूसरे नंबर पर रही थी।
क्या रहा आखिरी रिकॉर्ड?
पिछले चुनाव यानी 2019 में इस सीट पर आदित्य ठाकरे को बड़ी जीत मिली थी। उन्हें करीब 70 फीसदी वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर एनसीपी रही थी। एनसीपी के प्रत्याशी सुरेश ततोबा माने को करीब 17 फीसदी वोट मिले थे। हालांकि, तब बीजेपी और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था।
मौजूदा समय में बीजेपी दो वर्कशीट हो चुकी है। शिंदे ग्रुप बीजेपी के साथ है, जबकि उडान ग्रुप महाविकास अघाड़ी एलायंस में एनसीपी और कांग्रेस के साथ है। अनायास ही यह कारण है कि आदित्य ठाकरे को अपना पलड़ा यहां भारी दिखा रहा है और वे सीएम शिंदे को वर्ली से चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में अगले साल लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।













