UNITED NEWS OF ASIA. कोरबा। कोरबा लोक सभा इस बार काटे की टक्कर दीदी/भाभी के बीच देखने को मिली जिसमें एक ओर भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे उम्मीदवार के रूप में नजर आई तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी से वर्तमान समय की सांसद ज्योत्सना महंत प्रत्याशी के रूप में अपने कोरबा लोकसभा से चुनावी मैदान में उतर 43263 मतों की बढ़त से अपनी जीत हासिल की।
छत्तीसगढ़ की पांच वीआईपी सीटों में से एक सीट कोरबा लोकसभा सीट है। जिसमें शुरुआती रुझानों में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत की बढ़त नजर आ रही थी तो वहीं कही कही बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय भी आगे बढ रही थी लेकिन फिर भी वो पीछे ही चल रही थी। बता दें कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र में कुल 16 लाख 18 हजार 437 मतदाता हैं, जो पिछले चुनाव के मुकाबले एक लाख नौ हजार 597 अधिक हैं।
इस बार यहां 27 प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहे लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच रहा। सबसे बड़ी बात इसमें यह भी रही की छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के विधानसभा क्षेत्र से भी वो जीत दर्ज नहीं कर पाई जो कि अपने आप में ही एक बहुत बड़ी बात है।
बता दें कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र से दो बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की जीत हो चुकी है। कोरबा लोकसभा सीट पर अब तक तीन बार आम चुनाव हो चुके हैं। पहली बार में कांग्रेस के दिग्गज नेता चरण दास महंत ने चुनाव जीता था। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी करुणा शुक्ला को हराया था।
साल 2014 के लोक सभा चुनाव में चरणदास महंत को बीजेपी के डॉ. बंशीलाल महतो ने हराया था। फिर साल 2019 के चुनाव में चरणदास महंत ने अपनी धर्मपत्नी ज्योत्सना चरणदास महंत को चुनाव मैदान में उतारा। उन्होंने ज्योति नंद दुबे को हराया था। फिलहाल छत्तीसगढ़ के कोरबा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली जीत को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया जिसमें जगह जगह कांग्रेस जिंदाबाद के नारों के साथ मिठाईयां बांटी तो वहीं जमकर आतिशबाजी भी गई।