लोकसभा चुनाव 2024: उत्तर प्रदेश में 2023 निकाय चुनाव (नागरिक निकाय चुनाव) और 2024 इकट्ठी चुनाव (लोकसभा चुनाव) को लेकर बीजेपी (भाजपा) खास रणनीति के साथ अपने वोटरों को साधने की कोशिश में जुटी है। यह इसकी मोबाइल रणनीति है जिसके माध्यम से वह ज्यादा से ज्यादा वोटरों से खुद को जोड़ेगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी यूपी में बूथ स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बना रहा है जिसमें संगठन के नेता से लेकर कार्यकर्ता तक एक ही मंच पर होंगे।
बीजेपी यूपी में बूथ स्तर पर 1 लाख 61 हजार ग्रुप व्हाट्सऐप ग्रुप बनाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग तक यह पहुंच पाए। बीजेपी का मानना है कि इससे हर पीड़ित की कमजोरी और चेहरा ढंका हुआ दिखाई देगा और हर अभियान का फिक्र सीधे मिलने में आसानी से हो जाएगा। इसके साथ ही जमीनी स्तर पर वोटरों का भी जमावड़ा छाया हुआ है। पार्टी का कहना है कि इसी ग्रुप के जरिए बूथ स्तर पर प्रचार सामग्री चिंता करेगी। पार्टी का कहना है कि इससे हर रणनीति सीधी पहुंच में आएगी। बीजेपी इन ग्रुप्स के जरिए हर नजर का डेटा एक जगह पर कब्जा कर लेता है।
रैपिड सर्वे में खामी के कारण छोटे और छोटे निकाय चुनाव कर सकते हैं
यूपी में 2022 में होने वाला निकाय चुनाव इस साल अप्रैल महीने में हो सकता है। इसका संकेत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी दे चुके हैं। चुनाव को लेकर पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट सरकार को सौंपी जा चुकी है और इसके कब्जे में भी है। हालांकि रिपोर्ट में रैपिड सर्वे में खामियां पाई गईं। इसमें वर्ग के आंकड़ों में काफी अंतर देखा जा रहा है। अगर फिर से तेजी से सर्वे जारी हुआ तो चुनाव की प्रक्रिया करीब एक महीने के लिए भी हो सकती है।
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