
UNITED NEWS OF ASIA. कांकेर। कांकेर जिले में एक बड़े लोन फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें ₹3 करोड़ 72 लाख रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। लोन दिलाने का झांसा देकर यह रकम ठगी गई, और पुलिस ने इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि इस फर्जीवाड़े में कुछ बैंक और फाइनेंस कंपनियों की भूमिका भी संदिग्ध है, जिसकी विस्तृत जांच की जा रही है।
Spash Advisors और RV कंपनी के नाम पर रचा गया जाल
चारामा निवासी एक पीड़ित ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि रायपुर की Spash Advisors Pvt. Ltd. और अंबिकापुर की RV कंपनी के माध्यम से उन्हें अधिक लोन दिलाने का झांसा दिया गया था। आरोपियों ने कहा कि लोन की 50% राशि कंपनी जमा करेगी और बाकी आवेदक को करनी होगी, लेकिन लोन स्वीकृत होने के बाद कंपनी ने ईएमआई देना बंद कर दिया।
सरकारी कर्मचारियों को बनाया गया निशाना
जांच में सामने आया कि स्कीम के तहत विशेष रूप से शासकीय कर्मचारियों को टारगेट किया गया। रायपुर के डीएम प्लाजा में स्थित ऑफिस से संचालन करने वाले गिरोह ने सरकारी कर्मचारियों से दस्तावेज लेकर लाखों के लोन स्वीकृत करवाए। शुरुआत में कुछ महीने ईएमआई चुकाने के बाद कंपनी ने भुगतान रोक दिया और फरार हो गई।
शेयर मार्केट में लगाते थे लोन की राशि
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लोन की 50% राशि को वे शेयर बाजार में निवेश करते थे। जब निवेश से नुकसान होने लगा तो कंपनी ने ईएमआई भुगतान बंद कर दिया और ऑफिस भी बंद कर दिया गया।
140 से ज्यादा पीड़ित, मामला और भी बड़ा हो सकता है
लल्लूराम डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 140 से अधिक लोग इस फर्जीवाड़े के शिकार हो चुके हैं। इनमें से कई अब लोन की किस्तें न भर पाने के कारण कानूनी व आर्थिक संकट में फंस गए हैं। शुरुआती तौर पर 28 पीड़ितों से ₹3.72 करोड़ की ठगी की पुष्टि हो चुकी है।
बैंकों और फाइनेंस कंपनियों की भूमिका भी जांच के घेरे में
कांकेर पुलिस द्वारा इस मामले में कई बैंकों व फाइनेंस कंपनियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, क्योंकि इतनी बड़ी रकम का लोन स्वीकृत करना बिना मिलीभगत संभव नहीं लगता। पुलिस ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें