दवा कंपनी से 36 चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय औषधि परीक्षण में जांच के लिए भेजे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि 22 नमूने जांच में मानकों पर खरा नहीं उतरते। उन्होंने कहा कि कफ सीरप में डायथिलीन ग्लाइकाल और एथिलीन ग्लाइकाल की मात्रा अधिक पाई गई।
नोएडा। भारत में निर्मित कफ सीरप के सेवन से उज्बेकिस्तान में कथित रूप से 18 बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश की खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड का ड्रग लाइसेंस रद्द कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दवा कंपनी से 36 मसाले स्थित क्षेत्रीय औषधि परीक्षण में जांच के लिए भेजे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि 22 नमूने जांच में मानकों पर खरा नहीं उतरते।
उन्होंने कहा कि कफ सीरप में डायथिलीन ग्लाइकाल और एथिलीन ग्लाइकाल की मात्रा अधिक पाई गई। गौतम बुद्ध नगर के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने कहा कि ई-मेल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने कंपनी का लाइसेंस रद्द होने की जानकारी दी है। सहायक पुलिस आयुक्त (सेंट्रल नोएडा) अमित प्रताप सिंह ने बताया कि दवा कंपनी के निदेशकों में जया जैन और सचिन जैन की तलाश जारी है।
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