दिल्ली एलजी बनाम सीएम: दिल्ली के उराज्यपाल और केजरीवाल सरकार के बीच चल रही तनातनी एक बार फिर से उभरकर सामने आ गई है। जहां उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने वजीराबाद प्लांट में गंदगी और पीने के पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं, वहीं आप की तरफ से पानी के मुद्दों पर उपराज्यपाल द्वारा सियासत किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल विपणन द्वारा जानकारी के अनुसार केजरीवाल सरकार, हरियाणा से पानी की आपूर्ति में कमी का खुलासा हो रहा है। जबकि हकीकत में पानी की कमी की समस्या ऐसी खड़ी हो गई है कि यामी में सफाई नहीं हो रही है। इसे लेकर उपराज्यपाल ने अजमेर को चिट्ठी लिखते हुए कहा है कि जलयात्रा की क्षमता 250 मिलियन जापान जल धारण की है, जो सफाई नहीं होने की वजह से 93 प्रतिशत घट कर 16 प्राप्त हुई है।
उपराज्यपाल ने प्लांट का दौरा किया
बता दें कि गुरुवार 10 मार्च को उपराज्यपाल के मुख्य सचिव नरेश कुमार और जल बोर्ड के अधिकारियों ने वजीराबाद प्लांट का दौरा किया था। जहां सफाई को लेकर बरती जा रही रही दोषी और दिल्ली सरकार की अवसादों को लेकर उपराज्यपाल ने जाहिर की थी।
लोगों की भीड़ से खिलवाड़ हो रहा है
एलजी वीके सक्सेना ने चिट्ठी पत्र में अटैचमेंट चार्जर से पूछा कि “क्या क्षतिग्रस्त पानी की आपूर्ति कर दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य के साथ क्लिवाड़ नहीं किया जा रहा है? क्या सफाई की कमी की वजह से पानी की क्षमता का घटना बड़ा नुकसान नहीं है? साथ में ही उन्होंने, पाइपलाइनों और उनमें से जाम गंडगियों, शराब के जाम और अन्य गाद-कचड़ों पर भी ध्यान आकर्षित किया है।
आप पलटवार
वहीं, आप के नवनियुक्त जल सौरभ भारद्वाज ने उराज्यपाल से इस पर सियासत ना करते हुए हरियाणा में अवैध रेत खनन का संज्ञान मंत्री कहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अवैध अवैध खनन की वजह से यमुना के पानी की दिल्ली की ओर से आपूर्ति हो रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा औद्योगिक प्रदूषण जल को दिल्ली की ओर छोड़ रहा है। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है कि उपराज्यपाल जल की आपूर्ति के संवेदनशील मुद्दे और राजनीति भी कर रहे हैं। उन्होंने उपराज्यपाल को हरियाणा में अवैध रेत खनन ब्लॉकों के संयुक्त निरीक्षण के लिए आमंत्रित किया।