UNITED NEWS OF ASIA. बलरामपुर. के तुलसीपुर रेंज के गांवों में तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 4 माह से हलौरा गांव सहित आसपास के इलाकों में तेंदुआ 30 मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। ग्रामीणों में खौफ इतना है कि लोग रात में घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद तेंदुए का आतंक जारी है।
महिला पर हमला, मवेशियों को बनाया शिकार
बीते दिनों एक महिला पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। हालांकि वन विभाग ने अब तक तीन तेंदुओं को पकड़कर रेस्क्यू किया है, लेकिन दहशत खत्म नहीं हो रही है। ताजा घटना में लैबुड़वा भोजपुर गांव के राम समुझ पर तेंदुआ हमला करने के लिए झपटा। वह खेत में घास काट रहे थे, जब अचानक तेंदुआ आया। उनकी चीख-पुकार और हंसिए को दिखाकर तेंदुए को भगाने में सफलता मिली।
ग्रामीणों की पिंजरा लगाने की मांग
ग्राम प्रधान रामदीन वर्मा ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जो पिंजरा लगाया गया है, वह अब बेमतलब हो चुका है। ग्रामीणों ने मांग की है कि पिंजरा गांव की उत्तर दिशा में लगाया जाए, जहां हाल ही में तेंदुआ देखा गया है।
वन विभाग की सतर्कता और प्रयास
वन विभाग के उप प्रभागीय अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि क्षेत्र में रेंजर अमरजीत प्रसाद और वन दरोगा शशिकांत शुक्ल को ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। टीम गांव में गश्त कर रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। खासतौर पर रात में अकेले घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है।
ग्रामीणों में भय और वन विभाग की चुनौती
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए के डर से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है। बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर लग रहा है। वन विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए है, लेकिन तेंदुए के बार-बार अलग-अलग जगह दिखने से उसे पकड़ने की चुनौती बढ़ गई है।
बलरामपुर के तुलसीपुर रेंज के गांवों में तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 4 माह से हलौरा गांव सहित आसपास के इलाकों में तेंदुआ 30 मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। ग्रामीणों में खौफ इतना है कि लोग रात में घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद तेंदुए का आतंक जारी है।
महिला पर हमला, मवेशियों को बनाया शिकार
बीते दिनों एक महिला पर तेंदुए ने हमला कर उसे घायल कर दिया था। हालांकि वन विभाग ने अब तक तीन तेंदुओं को पकड़कर रेस्क्यू किया है, लेकिन दहशत खत्म नहीं हो रही है। ताजा घटना में लैबुड़वा भोजपुर गांव के राम समुझ पर तेंदुआ हमला करने के लिए झपटा। वह खेत में घास काट रहे थे, जब अचानक तेंदुआ आया। उनकी चीख-पुकार और हंसिए को दिखाकर तेंदुए को भगाने में सफलता मिली।
ग्रामीणों की पिंजरा लगाने की मांग
ग्राम प्रधान रामदीन वर्मा ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए जो पिंजरा लगाया गया है, वह अब बेमतलब हो चुका है। ग्रामीणों ने मांग की है कि पिंजरा गांव की उत्तर दिशा में लगाया जाए, जहां हाल ही में तेंदुआ देखा गया है।
वन विभाग की सतर्कता और प्रयास
वन विभाग के उप प्रभागीय अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि क्षेत्र में रेंजर अमरजीत प्रसाद और वन दरोगा शशिकांत शुक्ल को ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। टीम गांव में गश्त कर रही है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। खासतौर पर रात में अकेले घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है।
ग्रामीणों में भय और वन विभाग की चुनौती
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए के डर से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है। बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर लग रहा है। वन विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए है, लेकिन तेंदुए के बार-बार अलग-अलग जगह दिखने से उसे पकड़ने की चुनौती बढ़ गई है।