
बड़े हो या बच्चे, इन दिनों में उनकी दिलचस्पी बढ़ रही है। इन दिनों मोबाइल एप पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध हैं। इस वजह से एक हाथ में मोबाइल लेकर घंटों हम सिर झुकाकर मोबाइल पर सर्च करते हैं और अहमियत रखते हैं। इससे टेक्स्ट नेक की समस्या (टेक्स्ट नेक प्रॉब्लम) होने की संभावना हो जाती है। प्रौद्योगिकी के युग में धारणा को छोड़ने का विकल्प नहीं हो सकता है। इससे बचाव के उपाय और व्यायाम के बारे में कई विकल्प हो सकते हैं जो सभी वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. समीर भाटी विस्तार से बता रहे हैं।
टेक्स्ट नेक समस्या क्या है (टेक्स्ट नेक प्रॉब्लम)
मानव सिर का वजन 10 पाउंड तक हो सकता है। प्रत्येक इंच के लिए सिर आगे की ओर झुक जाता है। आगे गड़बड़ के कारण गर्दन को भार उठाना पड़ता है। अधिक वजन के कारण गर्दन पर तनाव बढ़ जाता है। गर्दन के पीछे की मांसपेशियां, कण्डरा और लिगामेंट लंबे समय तक चलने की संभावना बनती है। इससे असम्बद्धता और टाइटिल होने लगती है। पीठ और गर्दन में दर्द होने लगती है। इस समस्या को टेक्स्ट नेक कहते हैं।
टेक्स्ट नेक के लक्षण (टेक्स्ट नेक के लक्षण)
डॉ. समीर भाटी कहते हैं, ‘टेक्स्ट नेक की समस्या पहले बड़ों में देखी गई थी।’ अब ब्रोकरेज के दौरान साझेदारी के कारण बच्चों में भी समस्याएँ हो सकती हैं। पढ़ाई के कारण नर्सरी क्लास के बच्चे भी ब्लॉग का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह बच्चों में टेक्स्ट नेक समस्या का सबसे बड़ा कारण बना। टेक्स्ट नेक (टेक्स्ट नेक) समस्या के कारण ही टेक नेक (टेक नेक सिंड्रोम) सिंड्रोम हो जाता है। इसके कारण जो लक्षण (पाठ गर्दन के लक्षण) होते हैं, उनमें से बच्चे और बड़ों में गर्दन में दर्द, पीठ में दर्द, सिर दर्द, विजन प्रॉब्लम, कमर वल्डर प्रॉब्लम प्रमुख हैं। कुछ बनावट से टेक नेक की समस्या से बचाव और जुड़ाव पाया जा सकता है।
यहां टेक नेक या टेक्स्ट नेक की समस्या से सटीक कमाई के डॉ। समीर भाटी के बताए 5 उपाय (पाठ नेक टिप्स)
1. सही मुद्रा (टेक्स्ट नेक के लिए सही मुद्रा)
बच्चे को हो या बड़ा हमेशा सही मुद्रा में बैठना चाहिए। बॉडी पॉस्चर का विशेष रूप से ध्यान रखने पर टेक नेक की समस्या से बचाव हो जाएगा। स्क्रीन का उपयोग करते समय स्क्रीन की आँखों की लंबाई दिखाई देती है।
2 फिक्सर ब्रेक लें (टेक्स्ट नेक के लिए फिक्स टाइमर)
डिवाइस का उपयोग सीमित समय के लिए किया जाना चाहिए। बीच-बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है लगातार लंबे समय तक नहीं बैठना चाहिए। 20 – 30 मिनट का अनौपचारिक फिक्सिंग करके ब्रेक लेना जरूरी है।
3 प्रोपर लाइट जरूरी (Proper Light)
जहां स्क्रीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, उस जगह या कमरे की लाइट का भी ध्यान रखना होगा। निशाने में रोशनी पर आंखों पर स्क्रीनलाइट का ज्यादा असर नहीं होगा।
4 स्ट्रेंथेनिंग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज (टेक्स्ट नेक के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज)
पीठ की हड्डी, गर्दन, रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने (टेक्स्ट नेक प्रॉब्लम्स) की जरूरत होती है। इससे इन कपड़ों का ज़बरदस्त फैलाव हो जाता है। ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से कैसे पता चलता है। अंगों की मसल्स स्वस्थ बनी रहती है।

स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के लिए बैकट्रैकिंग करें। बैक को बैक की ओर, सर को लेफ्ट-राइट भ्रांति। चिन को राइट और लेफ्ट डायरेक्शन में टर्न करें। इससे मसल्स में जो तनाव या जकड़न महसूस हो रही है, वह कम हो जाएगा।
5 इग्नोर नहीं करें लक्षण
टेक नेक की समस्या के कारण सिरदर्द, आंखों में खिंचाव, सूखा आइज़ होना, माथे का दर्द, कमर दर्द, हाथों या कलाई में डिस्कम्फर्ट जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इस तरह के लक्षणों को हमें इग्नोर नहीं करना चाहिए। उचित स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज के साथ-साथ फिजियोथेरेपी की भी मदद लेनी चाहिए। कभी-कभी किसी भी समस्या का निदान किया जाता है।
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