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जानिए आप योगासन से कैसे लचीलापन बढ़ा सकते हैं।- जानिए उन योगासनों के बारे में जो आपके शरीर का भार बढ़ा सकते हैं।

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योग मार्ग हमारा एक ऐसा डरावना अंग है, जिससे हम दिन भर फिट बने रहते हैं। अलस्य से मुक्त करने वाले योग के रीडर्स स्वास्थ्य लाभ है। उम्र बढ़ने के साथ शरीर में अक्सर मुड़ने, उठने और बैठने में परेशानी होने लगती है। ऐसी स्थिति में शरीर को रोग मुक्त रखने की जिम्मेदारी हमारी है। इसके लिए आपकी रूटीन में याग को ज़रूर शामिल करें, ताकि आपके शरीर में एलोमैटिक (लचीला शरीर) कायम रहे। आइए जानते हैं वो कौन से योग है, जो आपको फिट, फाइन और फ्लैक्सिबल (लचीलेपन के लिए आसान योगासन) बनाए रखने में सिद्ध होंगे।


कमर दर्द, पीठ दर्द, संदेशों में स्पैम जैसे अपराधी हमारे डेली रूटीन के काम को अंजाम देने का काम करते हैं। आइए जानते हैं उपाय अंश सौम्या से कि कैसे आसान योगासनों से बनाएं अपने शरीर को फ्लेक्सिबल (शरीर में लचीलापन) ।

गठिया को किमी करने के लिए योग करें
योग गठिया में उपचारात्मक सिद्ध होता है। विशेष रूप से प्रारंभिक अवस्था में, जब जोड़ों और इसकी संरचना में न्यूनतम परिवर्तन होते हैं। चित्र : उजागर करें

1. नताराज मतलब यानी किंग डांसर पोज (Kind Dancer Pose)

ऐसा करने के लिए सबसे पहले एक मैट पर लाइव रैड हो जाएं।

अब दोनों बाजूओं को सीधे कर लें। इसके बाद अपने दाहिने घुटने को बैंड कर दें और दाहिने हाथ से पीछे के पैर को
पकड़ें।

उसके बाद बाहिने हाथ और बाजू को आगे की ओर सीधे रखें। अब आप बिल्कुल सीधे देखें।

हाथ की टैग को एकसार करते हुए आगे की ओर खींचें। अपना ध्यान अपने हाथ पर केंद्रित करें।

इसके फ़ायदे

इस आसन को नियमित रूप से करने से शरीर में हलचल मचती है।

इससे आपका सामान कम होता है। ये योग स्पाइन को शक्तियां प्रदान करने का काम करता है।


ये पोज़ हमारी संग्रह को बढ़ाने में भी पूर्ति सिद्ध होती है।

इसे रोजाना करने से आपकी अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रहता है

2. धनुरासन यानी बो पोज़ (धनुष मुद्रा)

इसे करने के लिए मैट ऑन ऑन लेट गो। दोनों हाथों को अपने टांगों से चापिका लें।

इसके बाद अब दोनों टाँगों के घुटनों को मोड़कर उपर की ओर ले जाते हैं।

इसके बाद दोनों हाथों को पीछे की ओर ले गए और उससे दोनों पैरों के तखनों को पकड़ लिया।

इन स्टेप्स को तीन से चार बार जुड़ा हुआ है। शरीर को अवरुद्ध करने के लिए इस मुद्रा में 30 सेकंड से लेकर 1 मिनट तक बने रहें।

इसके फ़ायदे

इस योग को करने से अनुकूलन में लाभ मिलता है और पाचन तंत्र गरीब बनता है।

धनुरासन मांसपेशियों में खिंचाव लाकर उन्हें सघन कर देता है।

टांगों में होने वाले दर्द से मुक्ति मिलती है।

दिमाग को फ्रेशली ऑफर करने का काम करता है।

स्कंदासन से करें एपीएन मासिक धर्म नियमित
सूरज की रोशनी से मिलने वाला विटामिन डी बोन को स्ट्रेस प्रदान करता है। इसके अलावा हड्डियों से जुड़ी बीमारियों से भी आप दूर हो जाते हैं। चित्र एक्सपोजर

3. वीरभद्रासन (खड़ी मुद्रा)

ऐसा करने के लिए एक मैट बिछाकर उस पर लाइन रैक हो जाएं।


उसके बाद एक पांव को आगे की ओर इशारा करें और नौकरी से रुकें।

अब दूसरा पैर पीछे की ओर ले जाएं।

इसके बाद दोनों हाथों को झरोखों के केंद्र में ले जाते हैं और दोनों बाजूओं को पूरे खिंचाव के साथ ऊपर की ओर ले जाते हैं।

इस आसान में दोनों हाथों से नमस्कार की मुद्रा को बनाएं।

30 सेकण्ड से एक मिनट तक करने के बाद इसे दो से तीन बार मिला।

इसके फ़ायदे

ये योग हार्ट संधी में लाभ उठाता है।

इससे पीठ और गर्दन के दर्द में फायदा मिलता है।

इसके अलावा बॉडी में टेंशन बढ़ती है और स्टेमिना बिल्ड होता है।

4. बटरफ्लाई पोज़ (तितली मुद्रा)

इसे करने के लिए एक दम सीधे बैठ जाओ

अब दोनों टांगों को मोड़ लें और पैरों को आपस में जोड़ लें। इसके बाद दो हाथों से हाथों को पकड़ लें।

आप दोनों उलझे हुए हैं, उन्हें बता दें।

इसके फ़ायदे

इससे जोड़ों पर दबाव बनता है और दर्द से राहत मिलती है।

इसे रोजाना करने से यूरिन संबधी से भी राहत मिलती है।

इसके अलावा यह आसान गर्भवती महिलाओं के लिए भी लाभ साबित होता है।


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