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जानिए दैनिक जीवन में मनोवैज्ञानिक तनाव को कैसे कम करें।- दैनिक जीवन में मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के लिए फोले करें, ये 4 उपाय।

कम समय में अधिक जुड़ाव, फिर चाहे वह दैनिक रूटीन काम में हो या विश्राम में, किसी के लिए भी मनोवैज्ञानिक तनाव का कारण बन सकता है। बड़े सपने देखते हुए या बड़ा गोल सेट करते हुए हम कई बार अपनी क्षमता को भूल जाते हैं। जो बाद में मानसिक दबाव और मनोवैज्ञानिक तनाव का कारण बनता है। अगर आप भी इन दिनों ज्यादा बीमार रहते हैं, बात-बात पर गुस्सा आता है और खुद को दबा हुआ महसूस करता है, तो ये साइकोलॉजिकल स्ट्रेस के लक्षण हो सकते हैं। आइए जानते हैं इस डेली रूटीन लाइफ में इसे (कैसे कम करें मनोवैज्ञानिक तनाव) कैसे कम करना है।


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स्ट्रेस से ज्यादातर लोगों को परेशानी होती है। इस समस्या से लोग चाहकर भी दूर नहीं हो पा रहे हैं। कम समय में ज्यादा काम का बोझ भी इसमें नहीं हो सकता। जबकि खराब जीवनशैली और खराब आदतें समय को प्रभावित करती हैं। जिसका खमियाजा आपके मानसिक स्वास्थ्य को मोटा करता है। कई बार संबंध का तनाव और अधिक उम्मीदें भी मनोवैज्ञानिक तनाव को बढ़ाती हैं। अत्यधिक सोचना भी इसका एक कारण है।
दैनिक जीवन में तनाव की समस्या बढ़ने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। स्ट्रेस की समस्या होने पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

खतरनाक हो सकते हैं साइकोलॉजिकल स्ट्रेस के प्रभाव

वर्ष 2008 में नील, गेल आयरनसन और स्कॉट डी सीगल के नेतृत्व में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट सेंट्रल में प्रकाशित हुई थी। जिसमें यह सामने आया कि मनोवैज्ञानिक तनाव हिंसा, उत्तेजना, आक्रामक भावनाएं और कमजोर स्वास्थ्य का कारण बन सकता है। यह किसी विशेष वर्ग या आयु तक ही सीमित नहीं है। इसका शिकार बड़े, बड़े, बच्चे, स्त्री या पुरुष कोई भी हो सकता है। इसलिए इसे ग्रेब्रिएशन से लिया गया और इसका उपाय अस्पष्ट है।


नई चीज सीखने से आप तनावमुक्त भी रह सकते हैं। चित्र: एक्सपोजर

इन कारणों से हो सकता है मनोवैज्ञानिक तनाव (मनोवैज्ञानिक तनाव के कारण)

कृष्ण के मंडलीय मनोवैज्ञानिक केंद्र की सहायक मनोवैज्ञानिक पीड़िता कहती है कि लगातार काम करने से शरीर को आराम नहीं मिलता। इसके अलावा किसी मुद्दे पर गहनता से विचार करने पर, ऑफिस का काम अधिक होना, रिलेशन में सब कुछ सही न होने से स्ट्रेस होता है। ऐसे में मन में अधिक डांवाडोल होने लगती हैं। जिसका नकारात्मक प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।
इससे बचाव के लिए फोटोग्राफर के साथ एक्सरसाइज करना, हेल्दी डाइट लेना और आराम करना जरूरी है। जितना आप पाजिटिव रहेंगे स्ट्रेस उतना ही दूर रहेंगे। खुद के रोल को ध्यान रखना जरूरी है, आप अपनी जिम्मेदारी को ज्यादा से ज्यादा बेहतर तरीके से निभाएं। ज्यादा तनाव से दूर रह सकते हैं।

ये हैं मनोवैज्ञानिक तनाव के लक्षण (मनोवैज्ञानिक तनाव के लक्षण)

थोड़ा बहुत तनाव हर व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में हो सकता है। कभी-कभी यह सकारात्मक तरीके से आपकी समग्रता में सुधार भी करता है। जबकि कभी-कभी यह इतना तीव्र और मोटा हो जाता है कि इससे आपका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होने लगता है।
इसके कारण किसी में अत्यधिक क्रोध, डांस पीसना, हाई या लो ब्लड प्रेशर, दस्त लगना, सोच में लगातार परिवर्तन, सेक्स ड्राइव में कमी, सिरदर्द, गर्दन कंधे का दर्द, चक्कर आना, हाथ में पसीना आना, बेचैनी महसूस होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कर सकते हैं।


मेंटल हेल्थ जानकार बता रहे हैं साइकोलॉजिकल स्ट्रेस से वायरलने के उपाय

1 भरपूर नींद लें (Sound Sleep)

नेशनल स्लीप फ़ाउंडेशन इनऑग्रल स्लीप लेवल स्तरों के अनुसार दैनिक स्ट्रेस सेरेब्रस के लिए पोटेंशियल स्लीप लेना ज़रूरी है। रविवार की नींद में कमी होती है, वह तनाव की समस्या के शिकार जल्दी होते हैं। जिन्को स्ट्रेस की समस्या है कि उसे हर रात आठ से नौ घंटे की नींद दी जाती है। भरपूर नींद लेने से तनाव कम होगा।

2 खुद के मेंटोर बनना (स्वयं का मार्गदर्शन करें)

स्ट्रेस की समस्या से परेशान हैं तो पहले खुद ही इसके कोच और सलाहकार बनें। खुद की ताकतों की पहचान होगी। जब आप खुद के बारे में सोचेंगे और सोचेंगे, तो निश्चित ही आपको इसका जवाब मिलेगा। अधिक सोचने के लिए खुद सलाह और मशविरा करें। इससे आप स्ट्रेस में नहीं जाएंगे और डिजीजन टेकिंग बनेंगे।

3 बेहतर रणनीति बनाना (रणनीति बनाएं)

अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के रिसोर्स सेंटर के अनुसार पूरे दिन हम क्या कर रहे हैं, कैसे कर रहे हैं, इसका परिणाम क्या होगा – इस पर विचार करना चाहिए। किसी काम को करने के लिए एक अच्छी योजना बनानी चाहिए। कम समय में अधिक काम कैसे किया जाए, इस पर एक बेहतर रणनीति बनाई जानी चाहिए।


इससे आप काम का बोझ नहीं महसूस करेंगे और किसी तरह के नकारात्मक विचार दिमाग में नहीं आएंगे। कोशिश करें कि जो भी काम करें उसे लिख लें। जब काम पूरा हो जाए, तो अपने आप को सफल होने के लिए शाबाशी दें।

सेहत को हेल्दी बनाने के लिए जरूरी है फिटनेस। चित्र एक्सपोजर

4 भौतिक क्रियाएँ (शारीरिक गतिविधियाँ)

अध्ययन बताते हैं कि उन लोगों में तनाव के मामले और ज्यादा देखने में दिलचस्पी आती है, जो किसी भी तरह का शारीरिक व्यायाम नहीं करते। इसलिए एक हेल्दी लाइफस्टाइल में हर रोज कम से कम 25 मिनट वर्कआउट जरूर शामिल करना चाहिए।
ईवी शुक्ला कहते हैं, “स्ट्रेस की समस्या से परेशान हैं तो आपको हर दिन फिजिकल एक्टीविटी पर ध्यान देना होगा। व्यायाम के माध्यम से किसी भी तरह की बीमारी दूर हो सकती है। आप हर रोज पैदल चलें, डांस भी कर सकते हैं, योगा करें, मेडिटेशन करें इसके अलावा जिम भी करना उचित रहेगा। यह सभी दैनिक शारीरिक गतिविधियां मनोवैज्ञानिक तनाव को कम करने के लिए प्रभावी उपाय हो सकते हैं।

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