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जानिए आंखों के नीचे की फाइन लाइन्स को कैसे कम करें। इन 6 तरीकों से आप आंखों के नीचे की फाइन लाइन्स को भी कम कर सकते हैं।

विशेष आंखों की निचे फाइन लाइन (आंखों के नीचे की फाइन लाइन्स), रिंकल और काले चमचमाती नजर आना एक आम समस्या हो गई है। हालांकि, एक उचित उम्र के बाद त्वचा एवं आंखों की निचे झुर्रियां (आंखों के नीचे की झुर्रियां) नजर आना सामान्य है। लेकिन इस समय जीवनशैली, युवा रेज का बढ़ता प्रभाव और शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण 20 के दशक में ही लोग आंखों के नीचे नजर आने वाले एजिंग साइन्स के शिकार बन रहे हैं। वहीं महिलाएं इस पर हजारों रुपए खर्च कर देती हैं, लेकिन उन्हें किसी तरह का सुधार नजर नहीं आता। बल्कि रासायनिक युक्त उत्पादों का इस्तेमाल आपकी स्थिति को और ज्यादा खराब कर सकता है।


इसलिए वीडियो वीडियो आज आपके लिए लेकर आया है, कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप आंखों की निचे नजर आने वाले फाइन लाइन (अंडर आई फाइन लाइन्स) और रिकल (आंखों के नीचे की फाइन लाइन्स को कैसे कम करें) को आसानी से कम कर सकते हैं। तो जानिए, सटीक किस तरह से आप अपनी त्वचा को प्रोटेक्ट कर सकते हैं।

आंखों के नीचे महीन रेखा के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं ये कारण

एजिंग
निर्जलीकरण
युवी रेडिएशन
धूम्रपान
सोने की गलत संगति
आंखों को बार बार रब करना
गलती की गलत संगति
लगातार आंखों से अलग-अलग तरह के एक्सप्रेशन रहते हैं

आंख पर असर है। चित्र एक्सपोजर।

अब आंखों के नीचे नजर आने वाली फाइन लाइन को कम करने के टिप्स जानें

1. चेहरे से व्यायाम करने में मदद मिलेगी

कुछ ऐसे प्रभावी चेहरे के व्यायाम हैं, जो आंखों के निचे नजर आने वाले फाइन लाइन जैसे अन्य एजिंग के निशान को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही आने से पहले निकट भविष्य हैं। वहीं आप जेड रोलर की मदद से फेसिअल माया भी ले सकते हैं, यह काफी प्रभावशाली साबित होगा। अपनी आंखों के निचे के हिस्से को भूलकर भी स्किप न करें।


2. हर रोज रेटिनॉयड्स का इस्तेमाल करें

रेटिनोएड्स एक प्रचलित एंटी एजिंग इनग्रेडिएंट है जिसे विटामिन ए से प्राप्त किया जाता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन के अनुसार रेटिनोएड्स का उपयोग रिंकल और एजिंग के अन्य निशानों को कम करने में प्रभावी रूप से काम करता है। रेटिनोएड्स त्वचा में कॉलेजन उत्पादन को बढ़ाता है। हालांकि, इसे छिपाने के संपर्क में न जाएं।

3. एक्सफोलिएशन जरूरी है

बढ़ती उम्र के साथ प्रासंगिकता का तालमेल धीमा हो जाता है। ऐसी स्थिति में त्वचा पर डेड स्किन सेल्स जाम होते हैं। ठीक प्रकार से आंखों के निचे नजर आने वाले झुर्रियां और फाइन लाइन बिल्कुल भी उचित नहीं लेते हैं। लेकिन इसके लिए केमिकल युक्त स्क्रब का इस्तेमाल न करें क्यूंकि आंखों की निचे की त्वचा काफी पतली और चेहरे की त्वचा होती है। ऐसे में घरेलु स्क्रब अधिक हो जाएगा।

हफ्ते में एक बार घरेलू स्क्रब की मदद से आंखों के निचे के हिस्से की त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करें। यह सेल्स टर्नओवर को बढ़ा देता है और फाइल लाइन और रिंकल्स आने से रोकता है।

विटामिन-सी-त्वचा के लिए
हर किसी को पता है कि विटामिन सी से हम स्वस्थ रहते हैं। चित्र: अडोबी स्टॉक

4. विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ और सीरम का इस्तेमाल करें

विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ, क्रीम और सीरम का उपयोग स्किन हाइड्रेशन को बनाए रखता है और आखों के निचे नजर आने वाले रिंकल और फाइन लाइन को नजर आने से रोकता है। पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार विटामिन सी एस्कॉर्बिक एसिड के काम करने से त्वचा से त्वचा को नुकसान नहीं होता है। इसके साथ ही विटामिन सी की उचित मात्रा कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देती है।


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5. एक उचित निर्णय आवश्यक है

विटामिन सी, विटामिन इ और विटामिन ए से युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। यह त्वचा में नई सेल्स के उत्पादन को बढ़ावा देता है और आपकी त्वचा को चमकदार और खूबसूरत बनाता है। जब त्वचा की सेहत बनी रहती है तो आंखों के निचे की त्वचा भी स्वस्थ रहती है। पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार हेल्दी स्किन के लिए गजर, पंपकिन, कारकों के फल और पोषक तत्वों से युक्त अन्य खाद्य पदार्थों को आहार में जरूर शामिल करें।

धूप से सुरक्षा
सूर्य सुरक्षा का ध्यान रखें। चित्र : एडॉबीस्टॉक

6. बाहर जानने से पहले सन प्रोटेक्शन का ध्यान रखें

अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन के अनुसार सूरज की किरणों के संपर्क में आने का समय लगने से त्वचा पर पिगमेंट, ब्राउन स्पॉट्स के साथ ही आंखों के निचे रिंकल, फाइन लाइन की समस्या आना शुरू हो जाती है। सनलाइट के संपर्क में आने से कोलेजन और इलास्टिन फाइबर प्रभावित होते हैं। वहीं शूट रे स्किन एजिंग का सबसे बड़ा कारण है।


सूरज के संपर्क में आने से पहले आपका सूरज का चश्मा निश्चित रूप से धुंधला हो जाएगा। साथ ही सनस्क्रीन लगाना बहुत जरूरी है। एस सुरक्षा युक्त सनस्क्रीन और इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करें। यह सनलाइट से दिखने वाले सनबर्न और रिंकल से बचाव में मदद करता है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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