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अलसी सुपरफूड है। इसमें मौजूद पोषक तत्व कई जीव रक्षा करते हैं। यह मेटाबोलिज्म रेट को बढ़ाने में मदद करता है। इसके कारण ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल होता है। इन दिनों ब्लड शुगर लेवल (रक्त शर्करा स्तर) बढ़ने की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इसके कारण दूसरी शारीरिक बीमारियां भी हो सकती हैं। इसलिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए अलसी (Flaxseeds) को रोजाना डाइट में (ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए अलसी के बीज) शामिल करना चाहिए। पर सवाल यह उठता है कि अलसी को डाइट में (How to take flaxseed to Low blood Sugar Level) किस तरह से जोड़ा जा सकता है. आइए जानते हैं अलसी के फायदों के बारे में।
कई कथनों से बचाव करती है अलसी (Flaxseed Health Benefits)
न्यूट्रीटेंट जर्नल में शामिल शोध दस्तावेज़ में अलसी के गुणों के बारे में विस्तार से बताया गया है। कनाडा विश्वविद्यालय के शोधकर्ता मिहिर पारिख, जी. मैडाफोर्ड और जे एलेजांद्रो ने अलसी के प्राथमिक तत्वों का अध्ययन किया। इसके अनुसार, अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड, अल्फा लिनोलेनिक एसिड, लिग्नान सेकोइसोलारिसिनॉल, डिग्लुकोसाइड और फाइबर समृद्ध स्रोत है। ये कम्पाउंड एंटी-इन्फ्लेमेट्री, एंटी-ऑक्सीडेटिव और नामांकन गुण वाले होते हैं। इसके कारण मेटाबोलिज्म सक्रिय होते हैं। इसके बायोएक्टिव कंपोनेंट के प्रभाव से शरीर स्वस्थ होता है।
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स)
यह विभिन्न प्रकार के हृदय संबंधी बयान, कैंसर, कंपकंपी-आंतों और ब्रेन एक्सीडेंट और मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) महिलाओं की स्थिति में अलग-अलग लाभ है। अलसी के मुख्य बायोएक्टिव कंपाउंड में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), लिग्नन्स और हाई फाइबर होते हैं। यही कारण है कि अलसी को लोग ग्लाइसेमिक शामक भोजन मानते हैं। इसलिए इसका सेवन करने से रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि नहीं होती है।
सादे रोगी के रिश्तेदार अपने रिश्तेदारों के रूप में कर सकते हैं अलसी (How to Add Flaxseed to Low Blood Sugar Level) का सेवन
शोधकर्ता उम्मीदवार हैं कि अलसी को चार सामान्य रूपों में उपयोग किया जा सकता है। सादे ग्राहक ग्राहक अलसी, पिसा हुआ अलसी, अलसी का तेल और आंशिक रूप से वसा रहित अलसी से तैयार भोजन को अपने में शामिल कर सकते हैं। इन दिनों फ्लेक्स सीड्स मिल का चलन भी तेजी से बढ़ा है। बादाम दूध की तरह अलसी का दूध भी पौधों पर आधारित भोजन है।
अमेरिकन फिलिन एसोसिएशन के जर्नल के अनुसार, टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों पर लगातार 1 महीने तक अलसी के प्रभाव का अध्ययन किया गया। यह पाया गया कि प्रति दिन 10 ग्राम अलसी के पाउडर का सेवन करने से फास्टिंग ब्लड शुगर में 19.7% की कमी आई।
कितनी मात्रा में सेवन करें (अलसी की मात्रा)
यदि रोगी के मरीज प्रतिदिन 1-2 टेबल ओपन अलसी या अलसी के तेल का सेवन करते हैं, तो यह भूलने में सुधार होगा। यह ब्लड शुगर के स्तर (ब्लड शुगर लेवल) को कम करेगा। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को कम कर देता है और दिल की बीमारियों से भी बचाता है। अपने लिए पर्याप्त मात्रा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कैसे शामिल करें अलसी को डाइट में (How to Add Flaxseed to Low Blood Sugar Level)
1 अलसी का सलाद बनाएं
1-2 टेबल अलसी के बीज को रात भर पानी में फैला दें। पानी छानकर बीजों को पत्ता गोभी, प्याज टमाटर, काली मिर्च, नमक से तैयार सलाद में अलसी को मिलाते हैं।
2 रोटी में फ्लैक्ससीड्स
अलसी को बिना तेल के लॉग ऑन लें। इसे पीस लें। इसे गेंहूं, जौ, चना के भ्रम के साथ मिला कर पानी के साथ गंद लें। चाहे तो इसमें एक मेज पर दही एड कर लें। रोटियां नरम बनेंगी।
3 बना सकते हैं अलसी का रायता
अलसी को बिना तेल के लॉग ऑन लें। इसे पीस लें। काली मिर्च पाउडर, काला नमक और अलसी पाउडर मिलाकर रायता बनाएं।

ये अलसी को अपनी डाइट में शामिल करने का सबसे टेस्टी तरीका है। साथ ही साथ अलसी का रायता खाने से आपको कब्ज जैसी स्थिति से भी छुटकारा मिलेगा।
4 इस तरह बनाएं अलसी का दूध (Flaxseed Milk)
1-2 टेबल अलसी के बीज को रात भर पानी में फैला दें। पानी छानकर अलसी का पेस्ट तैयार कर लें। इसमें डूबा हुआ पानी एड कर अलसी के दूध का सेवन करें। इसमें मौजूद एला कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ेगा। यह सोया, चिपचिपा और ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोगों के लिए उपलब्ध है। यह बादाम दूध से अधिक स्वस्थ है।
5 पूरा परिवार खा सकता है अलसी के लड्डू (अलसी के लड्डू)
अकसर नई माताओं को अलसी के लड्डू खिलाए जाते हैं। उन्हें जन्म देने के बाद और पुनर्प्राप्त करें स्तनों में दूध बढ़ाने में मदद मिलती है। अलसी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले अलसी को बिना तेल के लोक भून लें। थोड़ा सा टुकड़ा लें। मैं बनने वाला हूं।

सटीक कटे काजू, बादाम, पिस्ता को जून लें। 2 टेबल स्पून खजूर का बीज निकाल कर पीस लें। इसमें सभी सामग्री को मिलाकर लड्डू तैयार कर लें। खजूर के कारण चीनी देने की जरूरत नहीं है।
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