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जानिए शुगर क्रेविंग को प्राकृतिक रूप से कैसे नियंत्रित करें।- इन 5 फूड्स की मदद से कंट्रोल करें शुगर क्रेविंग।

जीवनशैली से जुड़े तमाम रोग जैसे कि बढ़ते वजन, निर्जलीकरण, पोषक तत्वों की कमी, तनाव, बनावट बदलाव और अन्य कई परिस्थितियों में शुगर क्रेविंग्स बढ़ती हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। इस स्थिति में स्वास्थ्य संबंधी तमाम खतरों का खतरा बढ़ जाता है। तो खास इन्हें किस तरह से कंट्रोल किया जाए। हालांकि, इनका नियंत्रण करना इतना भी मुश्किल नहीं है।


ज़मरे आज स्मूथशॉट्स के साथ जानते हैं कुछ खास खाद्य पदार्थों के नाम जो शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेंगे (चीनी की क्रेविंग को कैसे नियंत्रित करें)।

इन 5 फूड्स की मदद से करें कंट्रोल कनेक्शन का सहारा

1 योगर्ट

पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने से चीनी का स्वाद कम किया जा सकता है। प्रोटीन और आपके आहार में अगले आहार तक आपके व्यक्तित्व होते हैं। एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन शुगर क्रेविंग्स को नियंत्रित कर सकता है।

एक अन्य अध्ययन के माने तो आउटलुक से ग्रसित जो प्रतिदिन एक उचित मात्रा में प्रोटीन ली उनके वजन में गिरवाट आने के साथ ही उनके आहार की लाल व्यक्तियों में भी कम मिलते हैं। यूएसडीए के अनुसार हाफ कप ग्रीक योगर्ट का नियमित सेवन शुगर क्रेविंग्स से निपटारा में आपकी सहायता कर सकता है।

नाश्‍ते में चिया के बीज का सेवन करने से आपकी क्रेविंग संतुलित रहती है। चित्र: दृश्यस्टॉक

2. चिया सीड्स

चियाड्स कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं, जिनमें फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और कुछ हेल्दी प्लांट कंपाउंड मौजूद हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययनों के अनुसार इसमें लगभग 40 प्रतिशत फाइबर पाया जाता है, जो आसानी से पानी को अवशोषित कर आपकी आंत में भर देता है क्योंकि पदार्थ बनते हैं। जिससे आप लंबे समय तक जीवित रहते हैं और शुगर क्रेविंग्स को कण्ट्रोल करने में भी आपकी मदद करता है।


3. बेरी

ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, स्ट्रॉबेरी और रसबेरी कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप शुगर क्रेविंग्स को कंट्रोल करने के लिए बेफिक्र होकर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार बेरी का ग्लाइसेमिक शॉक काफी कम होता है, ऐसे में ये सेवन ब्लड शुगर को बढ़ाए बिना आपको भरपूर मिठास प्रदान करते हैं और आपके शुगर क्रेविंग्स को भी नियंत्रित जुनून हैं।

इसके अलावा यह पानी और फाइबर से भरपूर होते हैं ये सेवन आपको लंबे समय तक एक्टिव रखता है और आपकी इंसुलेंट सेंसिटिविटी को बेहतर बनाता है। यू.एस. कृषि विभाग (यूएसडीए) के अनुसार एक औपचारिक रसबेरी लगभग 8 ग्राम फाइबर प्रदान करता है। यह उन्हें प्रकाश तत्व का एक उत्कृष्ट स्रोत बनाता है।

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4. पिस्ता

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार पिस्ता प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी डाइट से युक्त होता है। सभी प्रकार के लाइट शुगर क्रेविंग्स कम करने में प्रभावी रूप से काम करते हैं, लेकिन पिस्ता इनमें से श्रेष्ट है।


न्यूट्रिएंट्स द्वारा 2020 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार पिस्ता का नियमित सेवन करने वाले की चीनी की खपत काफी काम कर रही थी और गड़बड़ी से ग्रस्त वयस्कों के वजन में भी कमी देखी गई।

डार्क चॉकलेट के फायदे
डार्क चॉकलेट और कोको पाउडर में फ्लेवोनोइड्स, कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट होता है। चित्र : उजागर करें

5. डार्क चॉकलेट

यदि आपके क्रेविंग्स रहती हैं तो चॉकलेट का एक टुकड़ा आपके टेस्ट बेड को शांत करने के साथ ही फिक्सिंग की क्रेविंग्स को कम करने में आपकी मदद करेगा। विशेष रूप से यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से काम करता है। यदि आप शुगर क्रेविंग्स कंट्रोल करने के लिए चॉकलेट ले रहे हैं, तो डार्क चॉकलेट एक स्वस्थ विकल्प होगा।

डार्क चॉकलेट में लगभग 70% तक पाया जाता है। इसमें स्वस्थ प्रकार के यौगिक भी पाए जाते हैं जिन्हें पॉलीफेनोल्स के रूप में जाना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार पॉलीफेनोल्स के जीव और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव हृदय के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते हैं।

हालांकि, नियमित चॉकलेट की तरह डार्क चॉकलेट में भी कुछ प्रतिशत चीनी की मात्रा और मोटा मौजूद होते हैं, इसलिए खाने के धब्बे उनकी मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।


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