एबीपी न्यूज ने जेल के अंदर एक साक्षात्कार में लॉरेंस बिश्नोई ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया। उसने कहा कि मूसेवाला हत्याकांड की योजना एक साल से चल रही थी।
बिश्नोई (लॉरेंस बिश्नोई) ने कहा कि गोल्डी बराड़ (गोल्डी बराड़) हत्याकांड में शामिल था और उसे साजिश के बारे में पहले पता था लेकिन उसका हाथ नहीं था। उसने कहा कि उसके विरोधी गुट को मजबूत कर रहा था और इसलिए उसने गोल्डी से कहा कि वह एक दुश्मन है। उसने आगे कहा कि सिद्धू की गोली मारने के बाद उन्हें रात में कनाडा से एक दोस्त का फोन आया।
डॉन बनना चाहते थे सिद्धू मूसेवाला
बातचीत में ही बिश्नोई ने खुलासा किया कि सिद्धू (सिद्धू मूसेवाला) लॉरेंस के बेहद करीबी विक्की मिद्दुखेरा को मारने वाले लोगों को बचा रहा था। उसने आरोप लगाया कि विकलांग नाबालिग बनना चाहता था और यह साबित करने के लिए उसने मिडदुखेरा की हत्या कर दी। (विक्की की 7 अगस्त, 2021 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी) अंत में, लॉरेंस ने खुलासा किया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए हथियार उत्तर प्रदेश से पढ़े थे।
अगर मामले सीबीआई के पास जाएं तो…
सिद्धू मौसेवाला के बारे में लॉरेंस ने ये भी कहा कि ‘उसका हमारे भाई की हत्या में हाथ था… गुरुलाल को… विक्की को… हमारी उनकी फैमिली से नहीं उनकी जाति हैं। उसने मारा तो रिएक्शन में हमारे भाइयों ने मार दिया होगा। हमारे पिता के साथ कुछ नहीं है।’ लॉरेंस ने ये भी कहा कि- बलकौर सिंह को इलेक्शन फाईल है। इसलिए वह बखेड़ा खड़ा कर रहे हैं। मर गए, उसके बाद रैलियां निकाल रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला के मामलों में 50 लोगों को मामलों में डाल दिया। अगर ये मामला सीबीआई के पास चला जाए तो इसमें 10 लोग भी नहीं रहेंगे। 1800 पन्ने का चार्ट साइज बना दिया। सीबीआई जांच हो तो अधिकतर लोगों को छूट मिलेगी।’
सिद्धू मूसेवाला की मौत
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 को मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना पंजाब सरकार की सुरक्षा सुरक्षा जाने के एक दिन बाद हुई।