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युवा महिला डॉक्टर निशा गोयल के आखिरी नोट्स मैं सुंदर नहीं दिखती जीवन से थक कर मानसिक आघात झेल रही हूं – 25 साल की लेडी डॉक्टर का आखिरी मैसेज, बयां किया दर्द

झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में सनसनीखेज खबर है। यहां 25 साल के एक डॉक्टर ने हैसाइड कर ली। घटना का पता उस वक्त चला जब उसने घर का सच्चा फोन नहीं उठाया और मालिक उसे देखने आया। मकान मालिक ने उसे फंदे पर लटका देखा और पुलिस को फोन किया। पुलिस को बंधा के शव के पास से किसी भी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला. पुलिस के हाथ लगी एक डायरी। इस डायरी में कुछ शंकास्पद बातें लिखी गई हैं। इसमें यह है कि सुंदर नहीं होने की वजह से दुर्घटना को कई बार आत्महत्या का ख्याल लिखा जाता है। पुलिस ने शव ज़ब्त पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वह इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।

हादसे की आत्महत्या की यह घटना कुछ दिन पहले दिलीप गेट इलाके में घटी। जानकारी के मुताबिक, कोतवाला थाना पुलिस को सूचना मिली की दिलीप गेट इलाके में एक इलाके ने फांसी लगा ली है। सूचना ही मिलते हैं पुलिस पर पहुंचें। पुलिस ने देखा कि एक शख्स फंदे पर लटका हुआ है। उसकी सांसें बंद हो चुकी हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि वनजरा का नाम निशा गोयल है। उनकी उम्र 25 साल है। उनकी नियुक्ति झाबुआ जिला अस्पताल में हुई थी।

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पुलिस के हाथ लगी डायरी
पुलिस ने शव ज़ब कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने हादसे के कमरे की तलाशी ली तो कहीं उसे किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला. बताया जा रहा है कि पुलिस के हाथ एक डायरी लगी है। इस डायरी में लिखा है कि वह सुंदर नहीं दिखती हैं। इसलिए कई बार आदमी में आत्महत्या का ख्याल आता है। इस बीच लोगों ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन निशा दिन की ड्यूटी करने के बाद शाम 5 बजे घर आया था। उसके बाद वह बाहर नहीं निकला।

निशा ने नहीं उठाया घर का टेलीफोन
मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि 9 मार्च को उसके पास निशा के परिजन का फोन आया। उन्होंने कहा कि निशा फोन नहीं उठा रहे आप एक बार निम्नलिखित देखें। मैंने और पड़ोसी ने भी निशा का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। उसके घर के मालिक ने शीशा तोड़ते देखा तो निशा फांसी के फंदे पर लटक गई थी। निशा गोयल पेटलावद की रहने वाली थी।

एमबीबीएस के बाद बॉन्ड पर आई थी जिला अस्पताल
एमबीबीएस करने के बाद 6 महीने पहले ही बॉन्ड पर उनका शेड्यूल झाबुआ जिला अस्पताल में हो गया था। 9 मार्च को होली मनाने के बाद वह पेटलावद से झाबुआ जिला अस्पताल पहुंचा था। वह यहां दिन की ड्यूटी की और शाम को 5 बजे किराए के मकान में आ गई। पुलिस का कहना है कि वह सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। निशा की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। डॉ. निशा पीएससी की तैयारी भी कर रही थी।

टैग: झाबुआ न्यूज, एमपी न्यूज

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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