छत्तीसगढ़बिलासपुर

छत्तीसगढ़ में ट्रेनों का बड़ा फेरबदल! 36 ट्रेनें रद्द, 4 डायवर्ट, यात्रियों की बढ़ेगी मुश्किल

UNITED NEWS OF ASIA. बिलासपुर । रेलवे ने बिलासपुर-झारसुगुड़ा रूट पर चौथी लाइन के निर्माण कार्य के चलते छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 36 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द करने का फैसला लिया है। यह ट्रेनें 11 से 24 अप्रैल तक नहीं चलेंगी, जिससे एमपी, ओडिशा, झारखंड, बिहार और महाराष्ट्र के यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, 4 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है, जबकि 3 ट्रेनें अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाएंगी और बीच रास्ते में ही समाप्त हो जाएंगी। रेलवे ने इस दौरान यात्रियों के लिए कोई वैकल्पिक सुविधा प्रदान नहीं की है, जिससे सफर करने वालों को मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी।

डायवर्टेड ट्रेनों की सूची:

  •  हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस (12810) – झारसुगुड़ा-टिटलागढ़-रायपुर के रास्ते चलेगी।
  •  मुंबई-हावड़ा मेल एक्सप्रेस (12809) – रायपुर-टिटलागढ़-झारसुगुड़ा होकर चलेगी।
  •  हावड़ा-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस (12262) – 11, 14, 15, 16, 18, 21, 22, 23 अप्रैल को झारसुगुड़ा-टिटलागढ़-रायपुर होकर चलेगी।
  •  मुंबई-हावड़ा दूरंतो एक्सप्रेस (12261) – 13, 15, 16, 17, 20, 22, 23, 24 अप्रैल को रायपुर-टिटलागढ़-झारसुगुड़ा के रास्ते चलेगी।
समर सीजन में ट्रेनें कैंसिल कर रेलवे ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानियां।

बीच रास्ते में समाप्त होने वाली ट्रेनें:

  •  गोंदिया-झारसुगुड़ा मेमू पैसेंजर (68861/68862)11 अप्रैल से 5 मई तक बिलासपुर और झारसुगुड़ा के बीच रद्द।
  •  हजरत निजामुद्दीन-रायगढ़ गोंडवाना एक्सप्रेस (12410)9, 10, 12, 14, 15, 16, 17, 19, 21, 22 अप्रैल को बिलासपुर और रायगढ़ के बीच रद्द।
  •  रायगढ़-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस (12409)11, 12, 14, 16, 17, 18, 19, 21, 23, 24 अप्रैल को रायगढ़ और बिलासपुर के बीच रद्द।

रेलवे का बड़ा प्रोजेक्ट – 2100 करोड़ की लागत से चौथी लाइन का विस्तार

रेलवे प्रशासन का कहना है कि बिलासपुर-झारसुगुड़ा रूट पर 206 किमी लंबी चौथी लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 2100 करोड़ रुपये है। इस दौरान कोतरलिया रेलवे स्टेशन यार्ड को चौथी लाइन से जोड़ा जाएगा और विद्युतीकरण का कार्य भी किया जाएगा।

यात्रियों को नहीं मिलेगी कोई राहत

रेलवे ने इस कार्य के चलते 36 ट्रेनों के 206 फेरे रद्द कर दिए हैं। 4 ट्रेनें 44 दिन तक बदले हुए मार्ग से चलेंगी, जबकि 3 ट्रेनों को 45 दिन तक बीच रास्ते में ही समाप्त किया जाएगा। यात्रियों की सुविधाओं के लिए कोई अतिरिक्त ट्रेन नहीं चलाई गई है, जिससे हजारों यात्री प्रभावित होंगे।

Show More
Back to top button