
UNITED NEWS OF ASIA. ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सेना के नायक ने गुजारा भत्ता देने के बजाय कोर्ट में फर्जी शपथ पत्र (एफिडेविट) जमा कर दिया। कोर्ट के आदेश पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
आरोपी रूप सिंह, जो कि सेना में नायक के पद पर कार्यरत है, ने दो साल पहले अनीता सिंह से विवाह किया था। शादी के बाद दोनों के बीच विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंच गया। कोर्ट ने रूप सिंह को हर माह 10,000 रुपये भरण-पोषण के रूप में अपनी पत्नी को देने का आदेश दिया था। लेकिन आरोपी ने तय समय पर पैसे नहीं दिए।
जब अनीता सिंह ने फिर से अदालत में शिकायत की, तो नोटिस मिलने के बाद रूप सिंह ने अदालत में पेश होकर दावा किया कि वह नियमित रूप से गुजारा भत्ता दे रहा है। इसके समर्थन में उसने एक शपथ पत्र (एफिडेविट) जमा किया, जिस पर पत्नी के हस्ताक्षर थे और समय पर पैसे मिलने की पुष्टि थी।
फर्जीवाड़े का खुलासा ऐसे हुआ
जब न्यायालय ने पुष्टि के लिए अनीता सिंह को बुलाया, तो उसने बताया कि यह शपथ पत्र पूरी तरह से फर्जी है और इस पर उसके हस्ताक्षर भी नहीं हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यूनिवर्सिटी थाना पुलिस को आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।
अब आगे क्या?
यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने रूप सिंह के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच जारी है, और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
कोर्ट में झूठे दस्तावेज पेश करने का अंजाम
यह मामला उन लोगों के लिए सबक है, जो कानूनी मामलों में फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेते हैं। अदालतें अब ऐसे मामलों को गंभीरता से लेकर कड़ी सजा दे रही हैं।













